अमित शुक्ला
उन्नाव। पचोड़डा स्थित श्री बाला जी मंदिर में चल रही रामकथा के छठवें दिन ब्यास गद्दी पर आसीन कथा वाचक लक्षमी रामायणी ने केवट संवाद के पश्चात अनुसूइया माता की कथा का सुंदर प्रसंग सुनाते हुए महिलाओ के चरित्र पर प्रकाश डाला। पतिव्रता को उत्तम नारी करार देते हुए बताया कि वह अपने सद्कर्मो से भव सागर पार कर जाती है।
मांगी नाव न केवट आना, कहई तुम्हार मरम मै जाना, की चौपाई के माध्यम से कथा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब केवट भगवान को अपनी नाव में बिठाकर नदी में चक्कर लगाने लगा तो लक्ष्मण ने विरोध प्रगट किया। इस पर केवट ने उत्तर दिया प्रभू आप भी तो मानव को इसी प्रकार भवलोक के चक्कर लगवा रहे है। इसके बाद दशरथ मरण, भरत मिलाप का मार्मिक प्रसंग सुनाते हुये स्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
माता अनुसुइया की कथा सुनाते हुए समाज मे चार प्रकार की नारियो पर प्रकाश डाला। सूपनखा, मामा मारीच, सीता हरण की संगीतमयी कथा के माध्यम से मात्रशक्तियो को नव लोगो से सचेत रहने का आहवान किया। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि धर्मेन्द्र यादव, छुनार तिवारी, संदीप दुबे, दिवाकर शुक्ला, जयप्रकाश मिश्रा, उमेश दीक्षित, राकेश वर्मा, अर्चना वर्मा, राजकुमार मास्टर, राजेश लोधी, लाला अग्निहोत्री, गुड्डू महराज, रमेश चौधरी, राजा प्रधान मवइया, कपिल शुक्ला, आदि मौजूद रहे। रामबाबू तिवारी ने कथा वाचक एव उनके साथ आये संगीतकारो को अंग वस्त्र भेट कर सम्मानित किया।
बाला जी मंदिर पर चल रही सात दिवसीय राम कथा के मुख्य दिवस एवं समापन अवसर पर रविवार को विधान सभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित,सदर विधायक पंकज गुप्ता, पहुँच रहे है।जो बाबा का संपन्न होने वाले सवामनी हवन में शिरकत कर राम भक्तो से रूबरू होंगे। उक्त जानकारी मंदिर संस्थापक वीरेंद्र महराज ने देते हुये बताया कि हवन,पूजन रामकथा व भंडारे के बाद रात्रि कालीन बेला में होने वाले बाबा के जगराते का शुभारंभ पूर्व सांसद अन्नू टण्डन मा सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर करेगी।