आम तौर पर आप लोगों ने किसी भी टोल प्लाजा को भगवा रंग में नहीं देखा होगा। लेकिन यूपी के मुजफ्फरनगर में एक टोल प्लाजा का रंग भगवा है।इस संबंध में टोल प्लाजा के मैनेजर दिलचस्प जवाब देते हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार एक बार फिर से भगवाकरण को लेकर निशाने पर है। योगी सरकार ने मुजफ्फरनगर में टोल प्लाजा को भगवा रंग से पेंट कराया है। टोल प्लाजा को भगवा रंग से रंगने के बाद लगातार योगी सरकार पर विपक्ष हमला बोल रहा है। यह टोल प्लाजा मुजफ्फरनगर से सहारनपुर के बीच है, जिसका ट्रायल आज से शुरू किया गया है। इस टोल प्लाजा में कई टोल गेट हैं जिससे गाड़ियां गुजरेंगी।
आपको बता दें कि मुजफ्फरनगर-सहारनपुर फोर लेन हाइवे पर नया टोल प्लाजा बनाया गया है, जिसे भगवा रंग से रंगवाया गया है। यह टोल प्लाजा अपने रंग को लेकर लगातार चर्चा में बना हुआ है। जिसे फिलहाल ट्रायल के लिए खोल दिया गया है। टोल प्लाजा के रंग को लेकर विवाद पर टोल प्लाजा के सीनियर मैनेजर जीतेंद्र सिंह का कहना है कि अभी सरकार की ओर से नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद इस टोल प्लाजा को आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
डिजाइन का हिस्सा है रंग
वहीं भगवा रंग पर जितेंद्र का कहना है कि इस टोल प्लाजा को आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया है, इसके रंग को भी इसी हिसाब से रखा गया है। टोल प्लाजा का रंग भी डिजाइन का ही हिस्सा है। आपको बता दें कि इससे पहले हरदोई में एक कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने आनन-फानन में शौचालय में भगवा रंग की टाइल्स लगवा दी थी। बाद में मामला सुर्खियों में आने के बाद उसे हटवाया गया।
पहले भी बहुत जगह पर हुआ भगवा रंग का इस्तेमाल
गौरतलब है कि योगी सरकार के प्रदेश में आने के बाद रोडवेज बस, पार्कों की दीवार, सीएम कार्यालय आदि को भगवा रंग से रंगवाया गया था, जिसको लेकर विपक्षी दलों ने उनपर निशाना साधते हुए भगवाकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। पहले 100 प्राथमिक स्कूलों को भगवा रंग से रंगवाया गया, फिर पुलिस स्टेशन को भी भगवा रंग से रंगवाया जाना शुरू किया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय में फर्नीचर को भी भगवा रंग से रंगवा दिया गया है, उनकी तौलिया से लेकर हर चीज को भगवा रंग का कर दिया गया है। इसके बाद राज्य सरकार की स्कीम को लॉच किए जाने के लिए बोर्ड को भी भगवा रंग से रंगा जाने लगा।