स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत चिन्हित कृष्णा सर्किट से हरियाणा के पर्यटन उद्योग को मिली नयी अंतर्राष्ट्रीय पहचान :कर्नल मनबीर चौधरी

स्वदेश दर्शन योजना” पर्यटन उद्योग के विकास के लिए तेजी से एक उत्प्रेरक के रूप में उभरी है। यह निश्चित तौर पर भारतीय पर्यटन अर्थव्यवस्था को एक नयी दिशा प्रदान करने और पर्यटन के माध्यम से रोजगार अवसरों को बढ़ावा देने के लिए एक बेहद कारगर कदम है । इस योजना के केंद्र बिंदु विभिन्न थीम सर्किट हैं, जो देश की जीवंत और विविधतापूर्ण विरासत को देश एवं दुनिया के पर्यटकों से सफलतापूर्वक जोड़ते हैं । पिछले कुछ वर्षों में, हरियाणा सरकार ने भी पर्यटन विकास पर अत्यधिक जोर देते हुए राज्य को घरेलू और विदेशी पर्यटन का हॉट-स्पॉट बनाने के लिए अनेक अनुकरणीय कदम उठाए हैं।लेकिन आने वाले दिनों में हरियाणा के पर्यटन विकास की गौरव गाथा का सबसे बड़ा श्रेय कृष्णा सर्किट के लिए तेजी से हो रहे विकास और प्रचार कोजायेगा।
हरियाणा पर्यटन विभाग के अनुसार, हाल के वर्षों में राज्य में आने वाले घरेलू पर्यटकों की संख्या में 22% की वृद्धि हुई है जिसमे कृष्णा सर्किट एक प्रमुख आकर्षण रहा। पर्यटन को और बढ़ावा देने के लिए, हरियाणा सरकार ने कृष्णा सर्किट के आसपास एक मजबूत पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए कई पहल की हैं, जिनमें एक मजबूत हवाई, सड़क, रेल कनेक्टिविटी, विश्व स्तरीय हॉस्पिटैलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर, एक स्मार्ट सिटी नेटवर्क और बहुत कुछ शामिल हैं। इस सर्किट में हरियाणा के कई शहर और कस्बों को जोड़ा गया है , जिनमें कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला और ऐतिहासिक शहर करनाल प्रमुख हैं। कृष्णा सर्किट दिल्ली और आगरा जैसे प्रमुख शहरों से आसानी से पहुँचा जा सकता है, जो इसे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए एक आदर्श गंतव्य बनाता है।
कृष्णा सर्किट में पर्यटन क्षेत्र के सबसे अहम् पहलु यानि की स्थानीय लोगों के आर्थिक विकास एवं नए रोजगार के अवसरों को गति देने की असीम क्षमता है। होटल, रेस्तरां और परिवहन सेवाओं जैसे पर्यटन के बुनियादी ढांचे का विकास रोजगार सृजित कर सकता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान कर सकता है। राज्य ने पिछले एक साल में पर्यटन से संबंधित नौकरियों में 10% की वृद्धि देखी है, और अधिक अवसरों की उम्मीद है क्योंकि पर्यटन उद्योग का विकास जारी है।
राज्य का पर्यटन उद्योग कृष्णा सर्किट के हर अहम् बिंदु पर विशेष ध्यान देते हुए सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सभी स्थलों को बेहद रणनीतिक स्तर पर प्रभावी ढंग से विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। महाभारत के शूरवीर योद्धा और दानवीर कहे जाने वाले कर्ण की नगरी करनाल शहर के प्रगति और विकास में सहायता करने और इसे महत्वाकांक्षी स्मार्ट पर्यटन स्थल में बदलने के लिए कई अग्रणी पहल की जा रही हैं। हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने उद्योगपतियों और हॉस्पिटैलिटी एवं मेडिकल टूरिज्म सहित विभिन्न संघों के प्रतिनिधियों को करनाल में संबोधित करते हुए कृष्णा सर्किट के साथ करनाल को बढ़ावा देने और स्मार्ट सिटी को एक लोकप्रिय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने पर बल दिया था।
करनाल स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत करनाल को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर एक प्रेरक पर्यटन केंद्र बनाने की दिशा में सकरात्मक प्रयास किये जा रहे हैं । कृष्णा सर्किट अपनी अंतराष्ट्रीय पहल के कारण विदेशी पर्यटकों के साथ ही एन आर आई एवं हाई नेट इनकम ग्रुप्स के पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य में लक्ज़री हॉस्पिटैलिटी का एक नया इकोसिस्टम विकसित कर सकता है । हेरिटेज एवं पैलेस होटल्स राज्य में लक्ज़री हॉस्पिटैलिटी को नया मुकाम दे रहे हैं और इस क्षेत्र में अब भी अपार संभावनाऐं हैं । राज्य के लक्ज़री हॉस्पिटैलिटी उद्योग के विकास के कुछ प्रमुख कारकों में एक है हमारे देश की मिलेनिअल आबादी जो ऑथेंटिक अनुभवों की तलाश में रहते हैं। वे नए पर्यटन स्थलों को एक्स्प्लोर करना चाहते हैं, स्थानीय संस्कृति और विरासत में खुद को डुबोना चाहते हैं और दुनिया भर
के अन्य पर्यटकों के साथ सोशल मिडिया जैसे की इंस्टाग्राम आदि पर अपने अद्वितीय अनुभवों को साझा
करना चाहते हैं। लक्ज़री होटल उद्योग अब इन मिलेनियल्स और जेन जेड को आकर्षित करने के लिए अपनी अनूठी रचनात्मकता और नवीनता का प्रदर्शन कर रहा है । उदाहरण के तौर पर देश की राजधानी से महज दो से ढाई घंटे की दूरी पर स्थित नूरमहल पैलेस होटल आज हरियाणा ही नहीं बल्कि देश की शाही एवं लक्ज़री हॉस्पिटैलिटी का पर्याय बन चुका है और देश के सबसे लोकप्रिय और सदियों पुराने पैलेस होटलों को कड़ी टक्कर दे रहा है । भव्यता से लेकर ऐश्वर्य, इतिहास, कला, वास्तुकला और एंटीक वस्तुओं तक, नूरमहल पैलेस का हर कोना शाही आकर्षण के साथ ही सांस्कृतिक विरासत के को आमंत्रित करता है।
कृष्णा सर्किट के विकास में इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण आर्थिक विकास को गति देने की क्षमता है। पर्यटन
अवसंरचना के विकास पर ध्यान केंद्रित करके, स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देकर, और समान रूप से
विलासिता, प्रीमियम और बजट यात्रियों को आकर्षित करके, क्षेत्र खुद को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में
स्थापित कर सकता है और स्थायी आर्थिक विकास कर सकता है। नवीनतम रुझानों को अपनाने और आज के स्मार्ट पर्यटकों को अविस्मरणीय आतिथ्य प्रदान करने के लिहाज से हरियाणा का पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी उद्योग बदलते समय के साथ सफलता की नयी कहानियों रच रहा है। ज्योतिसर तीर्थ में महाभारत-थीम वाली इमारतों के साथ कुरुक्षेत्र को जीवंत बनाने जैसी अनेक महत्वकांक्षी योजनाओं के साथ हरियाणा कृष्णा सर्किट को विश्व पर्यटन जगत में नयी पहचान देने की दिशा में बेहद तेजी से
कार्य कर रहा है । वह दिन दूर नहीं जब हरियाणा भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद होने के साथ ही अन्य राज्यों के लिए थीम सर्किट के माध्यम से पर्यटन को नयी बुलंदियों तक ले जाने के मार्गदर्शक के रूप में पहचाना जायेगा ।
(लेखक होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ हरियाणा (एचआरएएच) के संस्थापक अध्यक्ष और ज्वेल्स ग्रुप ऑफ होटल्स के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक हैं)

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