
मोंठ, झांसी। नगर पंचायत मोंठ में सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक एवं टैक्स कलेक्टर महेशचंद्र बादल अपने बकाया भुगतान और पेंशन के लिए दर-दर भटक रहे हैं। अपनी शिकायतों को लेकर वह दो बार समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र दे चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
पेंशन रोकने से आर्थिक संकट में फंसे महेशचंद्र –
महेशचंद्र बादल 28 फरवरी 2023 को नगर पंचायत मोंठ से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने बताया कि उनकी जनवरी 2025 की पेंशन भी रोक दी गई है, जिससे उन्हें अपने पारिवारिक दायित्वों को निभाने में कठिनाई हो रही है। यहां तक कि दैनिक जरूरतों की चीजें खरीदने में भी उन्हें परेशानी हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार मानसिक तनाव के कारण उनकी सेहत पर भी असर पड़ रहा है।
व्यक्तिगत रंजिश का आरोप –
महेशचंद्र बादल ने नगर पंचायत के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पुत्री ने नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था, जिसके कारण वर्तमान चेयरमैन और उनके समर्थक उनसे व्यक्तिगत रंजिश रखते हैं। जब वे दफ्तर में अपने भुगतान की जानकारी लेने जाते हैं, तो उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। अधिशाषी अधिकारी से भी कई बार गुहार लगाने के बावजूद कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
समाधान दिवस में भी नहीं मिला समाधान –
महेशचंद्र ने बताया कि उन्होंने अपनी समस्या के समाधान के लिए दिनांक 15 फरवरी 2025 (प्रार्थना पत्र संख्या- 30085625000299) और 1 मार्च 2025 (प्रार्थना पत्र संख्या- 30085625000336) को समाधान दिवस में आवेदन किया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अनशन की चेतावनी –
अपने बकाया पेंशन, एरियर, उपादान, सामूहिक बीमा और पीएफ की राशि जल्द दिलाने की मांग करते हुए महेशचंद्र बादल ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे मजबूर होकर अनशन पर बैठेंगे।