यूपी के अलीगढ़ में एक मासूम के साथ हैवानियत के बाद कथित रूप से गांव पंचायत ने पीड़ित परिवार पर आरोपी की ओर से पैसे लेकर मामले को रफा दफा करने का दबाव बनाया है। पंचायत ने हरजाने के रूप में 80,000 रुपए लेने की बात कही है। हालांकि पंचायत के खिलाफ जाते हुए पीड़िता के भाई ने ये रकम नहीं ली और पुलिस में चारों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस के मुताबिक
14 साल की नाबालिग को एक सुनसान स्थान पर ले जाकर गांव के ही चार लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया। मामला बुधवार की शाम का है। आरोपियों ने नाबिलग के साथ दंरिदगी की इंतहा पार कर दी। पीड़िता के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है।
मासूम ने सुनायी आपबीती
पीड़ित लड़की ने आपबीती अपनी आंटी को सुनाई, जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी पीड़िता के भाई को गुरुवार सुबह दी। पीड़िता का भाई दिहाड़ी पर मजदूरी करता है। पीड़िता के भाई ने बताया कि चूंकि मामला मेरी बहन से जुड़ा था, इसलिए मैंने पूरे दिन गांव के लोगों को सपोर्ट के लिए इकट्ठा किया।
पंचायत में सुनाया गया शर्मनाक फैसला
उसने बताया, ‘गुरुवार शाम को एक पंचायल बुलाई गई और उसके सदस्यों ने मुझे सलाह दी कि इस मामले में आरोपियों से 80 हजार रुपए लेकर रफादफा कर दो।’ उसने ये बताया कि जब उन्होंने पंचायत का फैसला मानने से इनकार दिया तो उसके गांव से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई। पीड़िता ने भाई के मुताबिक, पूरे एक दिन प्रयास करने के बाद वह शनिवार रात पुलिस के पास पहुंचा। आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।