पीलीभीत। मैलानी-पीलीभीत रेलवे लाइन पर शाहगढ़ व पीलीभीत के बीच पुलों का निर्माण पूरा हो गया है। आरक्षित वन क्षेत्र में पटरी और विद्युतीकरण का काम शेष है। इसके बाद रेलवे लाइन के काम को पूरा किया जायेंगा। शाहगढ़ से माला से बीच आठ किलोमीटर में चार किलोमीटर में पटरी बिछाने का काम पूरा हो चुका है। चार किलोमीटर पटरी बिछाने और विद्युतीकरण का काम होना है। 20 नवंबर से शाहगढ़ से पीलीभीत के बीच इलेक्ट्रिक लाइन खींचने का काम भी शुरू होने की तैयारी कर दी गई। मैलानी से पीलीभीत के बीच अमान परिवर्तन को लेकर ट्रेनों का आखिरी सफर 30 मई 2018 को हुआ था। मैलानी से शाहगढ़ तक पटरी बिछने का काम पूरा होने पर 16 दिसंबर 2021 को ब्रॉडगेज का सीआरएस हुआ था।
वन आरक्षित क्षेत्र में पटरी बिछाने सहित विद्युतीकरण शेष
इसके बाद 18 सितंबर को विद्युतीकरण का निरीक्षण हुआ। नौ नवंबर को शाहगढ़ से मैलानी के बीच ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। शाहगढ़ से पीलीभीत तक अमान परिवर्तन का काम पूरा न होने पर अभी मात्र एक ट्रेन ही शाहगढ़ से मैलानी तक आ जा रही है। शाहगढ़ से पीलीभीत तक कब अमान परिवर्तन का काम पूरा होगा और कब ट्रेनें चलेंगी, इसको लेकर लोगों में असमंजस है।
धीमी गति से अमान परिवर्तन के काम को लेकर लोगों में रोष है। शाहगढ़ से पीलीभीत के बीच दोनों बड़े पुल ( माला के समीप नदी का पुल और पीलीभीत के समीप सड़ा पुल ) का निर्माण पूरा है। जंगल में आठ किलोमीटर है, चार किलोमीटर में पटरी बिछाने का काम पूरा हो गया है। मगर चार किलोमीटर पटरी बिछाने का काम धीमी गति से चल रहा है। इसके अलावा अभी विद्युतीकरण भी होना शेष है।
बयान- कृष्ण मोहन विश्वकर्मा, विद्युतीकरण परियोजना प्रबंधक रेलवे
माला -पीलीभीत के बीच ब्रिज का निर्माण पूरा हुआ है। स्टेशन पर आरवीएनएल के सीनियर इंजीनियर मधुर गोयल की देख-रेख में कार्य तेजी से चल रहा है। शाहगढ़ से पीलीभीत के बीच विद्युतीकरण का कार्य भी 20 नवंबर से शुरू करा दिया जाएगा।