कोरोना काल मे पिता, ताऊ और दादा को खो चुकी आगरा की दो मासूम बहनों ने सीएम योगी से पढ़ाई के लिए गुहार लगाई है। दोनों बहनों का कहना है कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। फीस जमा न होने के कारण स्कूल प्रशासन उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने दे रहा है। सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए।
पति, जेठ और ससुर की हो चुकी है मौत
आगरा के आवास विकास कालोनी के सेक्टर 12 डी की रहने वाली सरिता देवी के पति गौरव शर्मा और उनके जेठ व ससुर की कोरोना काल में मौत हो चुकी है। इलाज में अपना सब कुछ लुटा देने के बाद भी वो तीनों को नहीं बचा पाई। परिवार में कमाने वाला कोई नहीं बचा है और आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है।
सरिता की दो बेटियां दुतिका शर्मा और अनन्या शर्मा आवास विकास सेक्टर चार स्थित होली पब्लिक स्कूल में पढ़ती हैं। दुतिका क्लास- 6 और अनन्या क्लास 3 में है। आर्थिक तंगी के चलते वो बच्चियों की फीस नहीं भर पाई थीं। इस कारण स्कूल प्रबंधन बच्चियों को परीक्षा में नहीं शामिल होने दे रहा है।
बीएसए का लेटर भी नहीं आया काम
पीड़ित सरिता ने अगस्त 2021 में बीएसए कार्यालय में प्रार्थनापत्र देकर फीस माफ करवाने की मांग की थी। इस पर तत्कालीन बीएसए ने स्कूल को सहानुभूति दिखाते हुए आरटीई (निशुल्क शिक्षा का अधिकार) के तहत फीस माफ करने के लिए पत्र भी लिखा था, इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को परीक्षा में बैठने देने से इंकार कर दिया है।
बेटियों को परीक्षा देने के लिए पीड़िता सरिता ने महफूज संस्था के कॉर्डिनेटर चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट नरेश पारस से मदद मांगी है। मामले में एडीएम सिटी अंजनी कुमार ने बीएसए को स्कूल प्रबंधन से बात कर बच्चियों की मदद के लिए निर्देश देने की बात कही है। पूरे मामले पर स्कूल प्रबंधन से बात का प्रयास किया गया पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।