पंजाब के बठिंडा में यात्रियाें से भरी एक बस बेकाबू होकर नाले में गिर गई। इस हादसे में चालक समेत आठ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 15 लोग घायल हो गए। पुलिस, एनडीआरएफ की टीमाें ने क्षेत्रीय लोगों की मदद से नाले में गिरे यात्रियों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। हादसे के वक्त बस में 45 यात्री सवार थे। ज्यादातर यात्रियों की मौत नाले में जहरीली गैस के कारण दम घुटने से हुई है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को एक निजी कंपनी की यात्रियाें से भरी बस सरदूलगढ़ से बठिंडा की तरफ जा रही थी। गांव जीवन सिंह वाला के पास एक नाले पर बने पुल से निकलते समय बस अनियंत्रित होकर गंदे पानी में जा गिरी। बस के नाले में गिरते ही लोगों की चीख पुकार मच गई। आसपास के ग्रामीण व राहगीर दाैड़कर माैके पर पहुंचे और
पुलिस काे सूचना दी। माैके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के साथ सीढ़ियां लगाकर नाले के पानी में फंसी बस से यात्रियों को बाहर निकाला। इस बीच नाले में जहरीली गैस के कारण यात्रियों का दम घुटने लगा। ग्रामीणों के अनुसार इस बरसाती नाले में आसपास के इलाके से सीवरेज का पानी गिरने और कई सालों से सफाई नहीं हुई है।
हदासे की सूचना पर एसएसपी अमनीत कौंडल ने बताया कि गुरु काशी ट्रांसपोर्ट की बस लोगों को लेकर बठिंडा की तरफ जा रही थी। जीवन सिंह वाला गांव के पास बस अचानक अनियंत्रित होकर नाले में पलट गई। मृतक चालक की पहचान मानसा के रहने वाले बलकार सिंह के रूप में हुई है। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बठिंडा के उपायुक्त शौकत अहमद परे के अनुसार ग्रामीणों ने राहत कार्यों में काफी सहयोग किया है। बस को क्रेन की मदद से नाले से बाहर निकाल लिया गया है। एंबुलेंस से हादसे में घायल लाेगाें काे तलवंडी साबो अस्पताल ले जाया गया, जहांं डॉक्टरों ने इलाज के बाद कुछ लोगों को सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया। शवाें काे मॉर्च्युरी
रखवाए गए हैं।
हादसे काे लेकर विधायक जगरूप सिंह गिल ने दावा किया है कि पांच लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि तीन लोगों की अस्पताल में मौत हुई हैं। जितने लोग घायल हुए हैं, उनके बेहतर इलाज के लिए आदेश दे दिए हैं।