उन्नाव : दीवाली में जली 20 करोड़ की आतिशबाजी

उन्नाव(भास्कर)। दीपावली पर दो दिनों में जिले में लगभग 20 करोड़ की आतिशबाजी जलाई गई। त्योहार के उल्लास में न पर्यावरण प्रदूषण का ख्याल रहा और न ही प्रतिबंधों का। देर रात तक आसमान आतिशबाजी की सतरंगी रोशनी से जगमग रहा। खास बात यह थी कि इस बार तेज धमाका वाले पटाखों का प्रयोग कम किया गया। आकाश में रोशनी बिखेरने वाले पटाखा लोगों की पहली पसंद रहे। वहीं मध्यरात रात हर तरफ चहल पहल रही। शुभ महूर्त पर जहां लोगों ने परिवार के साथ नए परिधानों में माता लक्ष्मी की पूजा पाठ की। वहीं दीप जलाकर दीपावली जगाई गई। गत वर्ष की अपेक्षा कम हुई आतिशबाजी कारोना काल की आतिशबाजी गत वर्षों की अपेक्षा पटाखा प्रयोग के लिहाज से कम रही। आतिशबाजों ने बताया कि पिछली दीपावली में ही हम लोगों ने करीब 25 करोड़ का कारोबार हफ्ते भर के अंदर किया था, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण पटाखों की बिक्री और प्रयोग दोनों ही कम हुआ है। जबकि इस बार गैर जिलों के लोग भी जनपद के पटाखा व्यावसाइयों से आतिशबाजी खरीदकर ले गए हैं।

बढ़कर 153 एक्युआई हुआ वायु प्रदूषण

– पटाखों को फोड़ने में मशगूल लोगों ने वायु प्रदूषण फैलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। आतिशबाजी के चलते उन्नाव का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्युआई) स्वास्थ्य के लिए खतरनाक श्रेणी में जा पहुंचा। 14 व 15 नवंबर को शहर में सामान्य से बढ़कर एयर क्वालिटी इंडेक्स 153 तक पहुंच गया। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी सामान्य से अधिक वायु प्रदूषित पाई गई। देहात क्षेत्रों में एक्यूआई 130 तक रहा। हालांकि दोनों दिन सुबह चार बजे एक्युआई घटकर 110 तक पहुंचा। गौरतलब है कि 100 एयर क्वॉलिटी इंडक्स से कम स्थिति वायु प्रदूषण के दायरे में नहीं आती है।

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