उन्नाव गैंगरेप कांड के मुख्य आरोपी भाजपा से निष्कासित बांगरमऊ विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनकी महिला सहयोगी शशि सिंह को रविवार की रात कड़ी सुरक्षा में जिला कारागार सीतापुर से दिल्ली के लिये रवाना किया गया है। उन्नाव दुष्कर्म पीडि़ता के साथ रायबरेली में हुये हादसे में विधायक की भूमिका को जांचने के लिये शनिवार को सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम सीतापुर जेल पहुॅची थी। रविवार की दोपहर बारह बजे सीबीआई के डिप्टी एसपी आलोक शाही अपने एक अन्य सहयोगी के साथ जेल पहुॅचे।
शाही ने तकरीबन तीन घंटे तक विभिन्न पहलुओ पर जेल अधिकारियों से न सिर्फ बातचीत की, बल्कि कई अभिलेख भी खंगाले। बताते चलें कि उन्नाव दुष्कर्म पीडि़ता रायबरेली में सड़क हादसे का शिकार हुई थी, जिसमे उसकी चाची व एक अन्य महिला का निधन हो गया था। वही पीडि़ता और उसका वकील बुरी तरह जख्मी हुये थे। इस हादसे में आरोपी विधायक की भूमिका को लेकर तमाम सवाल उठने लगे थे।
पीडि़ता ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर उनके साथियों से खुद की जान को खतरा बताते हुये सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखा था। हादसे के बाद गर्म हुए इस मामले का उच्चतम न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लिया और प्रकरण से सम्बन्धित हाई कोर्ट में चल रहे सभी मामलों को सुप्रीम कोर्ट स्थानान्तरित किये जाने केे निर्देश दिये थे। रायबरेली सड़क हादसे से सम्बन्धित मुकदमें की सुनवाई सोेमवार को सुप्रीम कोर्ट मे होनी है। पेशी की निर्धारित तिथि पर न्यायालय के समक्ष आरोपी विधायक और उसकी महिला सहयोगी को प्रस्तुत करने के लिये सीतापुर पुलिस टीम कड़ी सुरक्षा के साथ अलग-अलग वज्र वाहनो से दिल्ली रवाना हो गयी है।
साजिश के तहत मुझे फंसाया गया है: सेंगर
#WATCH Unnao rape case accused Kuldeep Sengar: Main BJP ka karyakarta tha, aur mein jis dal mein rehta hoon bahut imandari se rehta hoon. Mujhe sab pe bharosa hai… sab rajneetik sazish hai. Meri bhagwan se kamna hai ki vo (Unnao rape survivor&her lawyer) thik ho jayen. pic.twitter.com/311AOtYdbf
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 4, 2019
जिला कारागार सीतापुर से दिल्ली के लिये ले जाये जा रहे बांगरमऊ विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जेल गेट पर मीडिया से मुखातिब हुये। उन्होने कहा कि विपक्षी पार्टियां उन्हे फंसाने का प्रयास कर रही है। रायबरेली हादसे में किसी भी प्रकार की संलिप्तता को नकारते हुये सेंगर ने कहा कि मुझे भगवान पर भरोसा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि पीडि़ता और वकील दोनो शीघ्र स्वस्थ हो जाये। उच्चतम न्यायालय ने मामले में जांच के निर्देश दिये है। पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिये। न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है। ईमानदारी से जांच की गयी तो मैं पूरी तरह निर्दोष साबित होऊगा। उन्होने कहा कि हम राजनीतिक लोग है, सभी की मदद करना हमारा स्वभाव है, क्या किसी की मदद करना अपराध है। राजनैतिक साजिश के तहत मैं फंसाया गया हूं, पर न्याय पालिका निश्चित ही मैरे साथ न्याय करेगी।
सीबीआई के सवालो में उलझे जेल अधिकारी
सीबीआई इंस्पेक्टर राम सिंह उपनिरीक्षक संतोष कुमार यादव के नेतृत्व में शनिवार को जिला कारागार में शुरू हुई पड़ताल रविवार को भी जारी रही। उन्नाव रेप पीडि़ता के साथ हुये सड़क हादसे की सच्चाई जानने के लिये रविवार को सीबीआई के डिप्टी एसपी आलोक शाही अपने एक अन्य सहयोगी के साथ जिला जेल पहुॅचे। दोपहर 12 बजे कारागार में दाखिल हुये सीबीआई के अधिकारियों ने जेल अधीक्षक डीसी मिश्रा के कक्ष में मामले की पड़ताल शुरू की करीब 3 तीन घंटे तक सीसीटीवी फुटेज व अन्य अभिलेखो के बाद आरोपी विधायक व उसकी महिला सहयोगी के बयान दर्ज किये। सीबीआई अधिकारियों के सवालो से जेल अधिकारी भी घिरे रहे। करीब 3 घंटे की पड़ताल के बाद आलोक शाही अपनी टीम के साथ वापस लौट गये।
सेंगर से साथ शशि सिंह भी गई दिल्ली
उन्नाव गैगरेप काण्ड के मुख्य आरोपी विधायक कुलदीप सिंह संेगर और उनकी महिला सहयोगी शशि सिंह देर शाम भारी सुरक्षा के बीच जिला कारागार सीतापुर से दिल्ली कोर्ट के लिये रवाना हुये। रायबरेली सड़क हादसे में विधायक सेंगर की भूमिका को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई निर्धारित की है। शनिवार की देर शाम सीओ सदर महेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर धर्म प्रकाश उपाध्याय, महिला उपनिरीक्षक मधु यादव, थानाध्यक्ष रामपुर कला अवधेश यादव सहित करीब डेढ़ दर्जन से अधिक पुलिस कर्मियों की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वज्र वाहन से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और शशि सिंह को दिल्ली ले जाया गया है।
विधायक से मिलने आये बहनोई और भतीजा वापस
शनिवार को सीबीआई टीम के वापस चले जाने के बाद रविवार की सुबह करीब 11 बजे कुछ लोग कारागार में निरूद्ध विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से मिलने जिला जेल पहुॅचे, जहां प्रारम्भिक खानापूर्ति कर वह जेल में प्रवेश करने वाले ही थे कि इसी दौरान सीबीआई की एक टीम फिर से जिला कारागार पहुॅच गयी, जिसके बाद विधायक सेंगर से मिलने जा रहे लोग वापस लौट गये। सूत्रों की माने तो मुलाकात के लिये पर्ची लगाने वाले वह दोनो व्यक्ति विधायक के बहनोई व भतीजे थे, वहीं कारागार में निरूद्ध विधायक की महिला साथी शशि का पुत्र सुभाष सिंह भी अपने साथियों के साथ अपनी माँ से मिलने आया था।