उन्नाव। अचलगंज थाना अंतर्गत हुई मार्ग दुर्घटना के सभी 6 मृतको के पोस्टमार्टम डीएम के निर्देश पर रात में ही किये गए। पोस्टमार्टम के बाद मृतको के शव उनके घर पहुचे तो परिजनों के करुण क्रंदन से पूरा गांव शोक में डूब गया। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में सभी शवों का अंतिम संस्कार कराया गया। थाना अचलगंज अन्तर्गत कानपुर लखनऊ हाईवे स्थित आजाद मार्ग चौराहा पर मौत बन कर दौड़े डम्पर ने खेत से लौट रही जानकी खेड़ा निवासी शकुंतला (45) व उसकी पुत्री शिवानी (14) को कुचलते हुए भागने के प्रयास आगे खड़ी कार से टकरा गया । तेज रफ्तार डम्पर व कार खंती में जा गिरी। कार में तीन लोग सवार थे।
पिता पुत्र व माँ बेटी के शवो के घर पहुँचते मचा हाहाकार
जो अपने रिश्तेदार की बेटी का तिलक चढ़ाने झउवा गांव से कानपुर जा रहे थे। अन्य तिलक में जाने वाली गाड़ियों का इंतजार करने के लिए वो लोग सड़क किनारे अपनी कार खड़ी कर उसमें बैठे थे। ग्रामीणों व आसपास के लोगो के प्रयास व बाद में पहुँची पुलिस ने रेस्क्यू कार में फंसे विक्की तिवारी (30 ) उसके पिता विमलेश तिवारी (55 ) व जीजा पूरन दीक्षित (30 )निवासी नवाबगंज थाना अजगैन व सड़क किनारे खड़े मजदूर छोटे लाल पुत्र हरी शंकर को बाहर निकलवा जिला अस्पताल भेजा। जहाँ चिकित्सको ने सभी को मृत घोषित कर दिया। पुलिस के देर से पहुचने से नाराज आस पास के ग्रामीणों ने हंगामा काटते हुए पीआरडी जवान की पिटाई कर दी थी।
एक ही परिवार की तीन व दो मौतों से चारो और चीख पुकार मच गई। डीएम अपूर्वा दुबे घटना स्थल व अस्पताल पहुँची जहाँ उन्होंने परिजनों की मांग पर शवों के पोस्टमार्टम रात में कराने के निर्देश दिए। जिसके बाद सोमवार सुबह पिता पुत्र के शव गांव पहुचे तो कोहराम मच गया । बाद में दोना का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया। उधर जानकी खेड़ा माँ बेटी की मौत से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा। परिजनों ने मुआवजे की मांग करते हुए अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया । एएसपी शशि शेखर सिंह व एसडीएम सदर नूपुर गोयल मौके पर पहुँची और उनके समझाने के बाद दोनो का अंतिम संस्कार के लिए जाजमऊ चंदन घाट गए। अंतिम संस्कार के दौरान एतिहातन सभी जगह पुलिस फ़ोर्स तैनात रहा।