
हसनगंज उन्नाव।जूनियर अधिवक्ताओ के बस्ते हटाने को लेकर तीसरे दिन तहसील प्रशासन के खिलाफ गतिरोध जारी रहा।बार संघ ने बैठक कर न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया ।जूनियर अधिवक्ता गणो के बस्ते न हटाने का प्रस्ताव पास कर अधिवक्ता एकता के नारे लगा कर एस डी एम के मौजूद न होने पर तहसीलदार को पत्र देकर अवगत कराया।
मालूम हो कि उपजिलाधिकारी के द्धारा जूनियर अधिवक्ताओ के बस्ते हटाने के लिए बीते 7 दिसम्बर को बार संघ को नोटिस भेज कर दो दिन में जवाब मांगा था।जिसपर बेरोजगार होते व बस्ते उजडते देख तीसरे दिन सोमवार को बार एशोसियेशन हसनगंज प्रार्थना पत्र को देकर न्याय दिलाने की मांग की।जिस पर तहसील प्रशासन के खिलाफ अधिवक्ता संघ एक राय होकर विरोध दर्ज कराया।नोटिस का जवाब बीते शुक्रवार को अध्यक्ष के नेतत्व टीम ने बस्ते न हटाने की वार्ता की थी।उसके बावजूद एस डी एम प्रदीप वर्मा ने अवकाश के दिन बस्तो के बीच चूना डलवा दिया।जिससे तीसरी बार बार संघ ने बैठक बुलाकर तहसील के खिलाफ प्रस्ताव पास किया और न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया।
कोरोना काल में रोजी रोटी के मद्देनजर क्षति पहुंचाने पर नाराजगी व्यक्त कर बस्ते न हटाने का निरणय लेकर तहसीलदार निधि पांडेय को पत्र देकर अवगत कराया।
बैठक अध्यक्ष सूर्यभान सिंह के नेतत्व में हुई।तहसील प्रशासन के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी।आधा सैकडा से अधिक अधिवक्ता गण अधिवक्ता एकता के नारे लगा कर उपजिलाधिकारी व तहसीलदार सम्बोधित पत्र तहसीलदार को सौपा। सभी पूरव व वर्तमान पदाधिकारियो ने खुलकर समर्थन किया।
बैठक में मुख्य रूप से पूरव अध्यक्ष एम पी दीक्षित, सजीवन सिंह, अमर सिंह, सुरेश दिवेद्दी,बी डी रावत,प्रदीप सिंह, रामनरेश यादव, अम्बारानंद शुक्ला,एम एस रिजवी, कौशल पांडेय, राघवेंद्र यादव ,कुलदीप शुक्ला, आशीष सिंह,विजय सिंह,हरिकेश पाल, ज्ञान प्रकाश यादव,सुधीर कुमार,दाता राम शुक्ल, लवकुश, रोहित यादव अवधेश कुमार, राजेंद्र कुमार, रजेपाल, सवेरष कुमार, सुखवीर सिंह, रोहित कुमार, सुशील शर्मा, अमित सिंह, राजेश कुमार, गुरूप्रसाद, शशी कांत, अनिल कुमार ,संतोष कुमार,राजकुमार, रवींद्र कुमार सहित अस्सी अधिवक्ता गण मौजूद रहे।











