यूपी उपचुनाव:  NDA में सीट बंटवारे को लेकर अनबन, संजय निषाद इन सीटों पर ठोका दावा

यूपी में 10 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, और राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। दिल्ली में यूपी बीजेपी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें 9 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों के नाम तय किए गए। हालांकि, मुजफ्फरनगर की मीरपुर सीट को रालोद (RLD) को देने का निर्णय लिया गया है। इस फैसले के बाद पार्टी के सहयोगियों में असंतोष देखा जा रहा है।

खासकर, योगी कैबिनेट में मंत्री संजय निषाद की नाराजगी सामने आई है, जो इस निर्णय से असंतुष्ट हैं। भाजपा का यह कदम न केवल पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण है, बल्कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी नए समीकरण पैदा कर सकता है। चुनावी रणनीतियाँ और उम्मीदवारों की घोषणा भाजपा के लिए आगामी उपचुनाव की दिशा तय करेंगी। चुनाव आयोग की घोषणा का इंतजार है, जो सभी पार्टियों को रणनीति बनाने में मदद करेगा। इस स्थिति में सभी की निगाहें भाजपा की अगली रणनीतियों और चुनावी नतीजों पर हैं, जो यूपी की राजनीतिक धारा को प्रभावित कर सकती हैं।

निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कुछ सीटों पर अपना दावा ठोका है। उनका कहना है कि उनकी पार्टी को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है, जिससे उनके समर्थकों में असंतोष बढ़ रहा है। संजय निषाद ने स्पष्ट किया है कि यदि उनकी पार्टी को चुनावी मैदान में सही तरीके से प्रतिनिधित्व नहीं मिलता, तो इससे गठबंधन की एकता पर असर पड़ सकता है। उनकी मांगों में कुछ प्रमुख सीटें शामिल हैं, जो उनके अनुसार, उनकी पार्टी के लिए राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं।

चुनावों के नजदीक आते ही यह असंतोष NDA के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन सकता है। पार्टी को अब इस विवाद को सुलझाने की दिशा में तेजी से कदम उठाने होंगे, ताकि चुनावी रणनीति को मजबूत किया जा सके। यदि समय पर समाधान नहीं निकाला गया, तो इसका नकारात्मक प्रभाव चुनावी नतीजों पर पड़ सकता है।

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