कानपुर। पूरखों के दिये गहने लॉकरों से चोरी होने का दर्द लेकर सैकड़ों लॉकर धारक सोमवार को बैंक ऑफ बड़ौदा पहुंचे। प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। पांच दिन बीतने के बाद भी चोरी गये जेवरों की जानकारी न मिलने पर जहां पीड़ित बैंक में ही फफक पड़े तो वहीं पुलिस पर कार्यवाही के नाम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा काटा। सोमवार को दर्जनों लॉकर धारक पहुंचे थे जिनके जेवर लॉकरों में रखे थे।
सभी को डर सता रहा था कहीं उनके भी जेवर तो चोरी नहीं हो गये। महिला उषा दुग्गल, बैंक में जबरन घुसने के चलते गार्ड से भिड़ गयी। सुरक्षा के चलते बैंक के बाहर पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। सभी को टोकन सिस्टम से एक-एक करके उनका लॉकर चेक करने के लिए अंदर भेजा गया। ।बैंक ऑफ बड़ौदा किदवई नगर के-ब्लॉक ब्रांच में 24 मार्च को लॉकर काटकर डेढ़ करोड़ के जेवरात चोरी करने का मामला सामने आया था।
वहीं खाता धारक बसंत विहार नौबस्ता निवासी रमा अवस्थी ने मामले में नौबस्ता थाने में ब्रांच मैनेजर और कर्मचारियों के खिलाफ चोरी की एफआईआर दर्ज कराई थी। लॉकर कटने के बाद इस ब्रांच के खाता धारकों में खलबली मच गई थी। शनिवार और रविवार की छुट्टी होने के चलते कोई भी बैंक में अपने लॉकर जांच नहीं हो सकी। सोमवार को सुबह 10 बजे बैंक खुलते ही लॉकर धारकों की भीड़ टूट पड़ी। इस दौरान लोगों ने बैंक प्रबंधन पर चोरी का आरोप लगाकर जमकर हंगामा भी किया।
बैंक प्रबंधन की सूचना पर बैंक में भारी फोर्स तैनात कर दी गई। करीब 145 लोग अपने लॉकर चेक करने पहुंचे। इन सभी को टोकन नंबर अलॉट कर दिया गया और बारी-बारी से सभी को बैंक में अपना लॉकर चेक करने के लिए भेजा गया। हालाकिं सौ से ज्यादा लागों ने लॉकर चेक किये जिनके लॉकर ठीक मिले। देर शाम तक लॉकर चेक करने वाले डटे रहे।
बैंक का लॉकर कटने के बाद पब्लिक का भी सब्र टूट गया। बैंक के खाता धारकों ने बैंक के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि बैंक प्रबंधन की लापरवाही के चलते अपना लॉकर भी चेक नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें आशंका है कि उनका भी तो लॉकर काटकर जेवरात चोरी नहीं कर लिए गए हैं। बवाल बढ़ता देख बैंक प्रबंधन की सूचना पर नौबस्ता थाने की पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है।बैंक मैनेजर कमलेश गुप्ता ने बताया कि बैंक में 540 लॉकर हैं। करीब डेढ़ सौ लोग सोमवार को अपना लॉकर चेक करने पहुंचे हैं। इन सभी को बारी-बारी से उनका लॉकर चेक करने के लिए भेजा जा रहा है। अभी तक लॉकर कटने का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है।