बांदा। पिता ने सपना देखा था कि उनका बेटा अफसर बनकर देश की सेवा करें। बेटे ऋषभ त्रिवेदी ने यूपीएससी 2021 की परीक्षा में 215वीं रैंक हासिल कर परिवार सहित बुंदेलखंड को गौरवान्वित किया है और अब यह बांदा का लाल देश की सेवा करने के लिए तैयार है। लेकिन दुख की बात है कि जिस पिता ने बेटे को अफसर बनने का सपना देखा था उसे कोविड ने अपने क्रूर हाथों से छीन लिया था।
उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा में ग्राम गिरवां निवासी भूदेव त्रिवेदी कॉपरेटिव बैंक के मैनेजर थे। सेवानिवृत्त होने के बाद का सपना था कि उनका छोटा बेटा ऋषभ त्रिवेदी अफसर बने। इसके लिए उन्होंने बेटे को उच्च शिक्षा दिलाने का निर्णय लिया था।
ऋषभ ने प्राथमिक पढ़ाई महोबा में मामा के घर रहकर की। माध्यमिक शिक्षा कानपुर में हासिल की। बीएएलएलबी लखनऊ से किया। इस दौरान क्लैट भी क्वालीफाई किया। ऋषभ एलएलएम भी कर चुका है। बड़ा भाई सौरभ त्रिवेदी आस्ट्रेलिया में रिसर्चर है। उसकी पत्नी वहां डेंटिस्ट है। छोटी बहन सुरभि त्रिवेदी पीएचडी कर रही है।
सोमवार को यूपीएससी का नतीजा घोषित होते ही ऋषभ के घर में जश्न जैसा माहौल हो गया। बड़ी संख्या में लोग बधाई देने पहुंचे।
बहन सुरभि ने मंगलवार को जानकरी देते हुए खुशी जताई और कहा कि रिश्तेदारों से लेकर दोस्त, पास पड़ोस के सभी लोग ऋषभ को बधाई देने पहुंच रहे हैं। लेकिन ऋषभ इन दिनों दिल्ली में हैं। ऋषभ ने अपनी सफलता का श्रेय खुद की मेहनत और माता-पिता तथा बहन-भाइयों व मामा के सहयोग और प्यार को दिया। बहन ने बताया कि पिता का सपना पूरा हो गया पर आज पिता हमारे बीच नही हैैं। पिछले वर्ष कोविड काल में उनकी मौत हो गई थी।