US Gold Card:  Trump के गोल्‍ड कार्ड को नहीं मिल रहे ग्राहक, अरबपति बोले- अमेरिका से अच्‍छा तो भारत ही है

US Gold Card: अमेरिका के राष्ट्रपति ने हाल में ग्रीन कार्ड के अपग्रेड वर्जन गोल्ड कार्ड को लॉन्च करने का एलान किया था. इस कार्ड के तहत दूसरे देश के लोग अमेरिका की नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं. इस कार्ड के तहत 43 करोड़ से ज्यादा रुपये निवेश करके कोई भी यूएस सिटीजनशिप ले सकता है, लेकिन अब स्कीम कई लोगों को पसंद नहीं आ रही है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार के गोल्ड कार्ड की कई बिजनेसमैन ने आलोचना की है. हाल ही में गोल्ड कार्ड को लेकर एक सर्वे हुआ, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. यह सर्वे फोर्ब्स की ओर से कराया गया था, जिसमें डेढ़ दर्जन से अधिक अरबपति शामिल थे, सभी ने कार्ड को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है. 

गोल्ड कार्ड स्कीम कितनी फायदेमंद?

यूएस सरकार के गोल्ड कार्ड को लेकर सर्वे हुआ. जिसमें डेढ़ दर्जन से अधिक अरबपतियों ने भाग लिया. उनमें से करीब तीन-चौथाई ने कहा कि हमें ट्रम्प सरकार की इस स्कीम में कोई रुचि नहीं है. एक रूसी अरबपति ने कहा, मेरा मानना है कि अमीर लोगों के लिए इस कार्यक्रम में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है. बिजनेस सस्ते में किया जा सकता है तो कोई इतनी मोटी रकम क्यों खर्च करेगा. उन्होंने कहा कि 5 मिलियन डॉलर क्यों खर्च करें? मुझे समझ में नहीं आता कि 5 मिलियन डॉलर कौन देगा.

रिपोर्ट में बताया गया कि मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (MD) अध्यक्ष अभय सोई ने कहा, ‘मैं कभी भी भारत के अलावा किसी अन्य देश का नागरिक नहीं बनना चाहूंगा- विशेषकर इस सदी में.’ सोई ने आगे कहा कि अमेरिका उन कुछ देशों में से एक है जो अपने नागरिकों पर उनकी आय पर कर लगाता है, चाहे वे कहीं भी रहते हों. 

क्या है गोल्ड कार्ड?

गोल्ड कार्ड अमेरिका की नागरिकता हासिल करने में मदद करेगा. इसकी कीमत करीब 43 करोड़ रुपये है. उतने रुपये खर्च करके आप अमेरिका के स्थायी नागरिकों की तरह वहां पर रह सकते हैं. यह ग्रीन कार्ड का नया वर्जन बताया जा रहा है. यह कार्ड हाई क्लास और अमीर लोगों को ध्यान में रखकर लॉन्च किया गया है. वर्तमान में, EB-5 यानी ग्रीन कार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है, उन विदेशियों को ग्रीन कार्ड प्रदान करता है जो अमेरिकी व्यवसायों में निवेश करते हैं और नौकरी के अवसर पैदा करते हैं.

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