गोरखपुर। मुख्यमंत्री गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार की सुबह शक्ति मंदिर में मां दुर्गा के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की। गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में मंदिर की परम्पराओं और उत्तरदायित्व का निवर्हन करते हुए मुख्यमंत्री सरकार के काम काज भी नजर रखे हुए हैं। मंदिर प्रवास के दौरान वे मंदिर के बाहर नहीं जाएंगे।
गुरुवार की सुबह 4 बजे से 5.30 बजे तक शक्ति मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां ब्रह्माचारी की पूजा अर्चना की। मंदिर के प्रधान पुरोहित वेदाचार्य रामनुज त्रिपाठी, डा.अरविंद चतुर्वेदी, दिग्विजय शुक्ल, रोहित मिश्र, पुरुषोत्तम चौबे, नित्यानंद, विवेक पाण्डेय, शुभम, शशांक ने वेद मंत्रों के बीच अनुष्ठान को संपंन कराया। इस दौरान वेद पाठी 75 छात्रों ने दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सभी ने आरती का सस्वर गायन किया। क्षमा प्रार्थना के साथ सुबह की पूजा संपंन हुई।
गुरुवार की शाम पुन: 4 बजे से शाम 6 बजे तक पूजन का यह क्रम चलता रहा। दुर्गा सप्तशती का पाठ भी किया गया। इसके पूर्व मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने गुरुगोरखनाथ मंदिर में सुबह 3 बजे से 4 बजे तक श्रीनाथ जी की पूजा अर्चना की।
योगी आदित्यनाथ ने अपने अधिकृत ट्वीटर हेंडल पर ट्वीट किया कि मां अपने द्वितीय स्वरूप में ब्रह्मचारिणी के रूप में जानी जाती है। ब्रह्मा का अर्थ है तपस्या, पत का आचरण करने वाली भगवती। जिस कारण उन्हें ब्रह्माचारिणी कहा गया। मां का यह स्वरूप पूर्ण ज्योतिर्मय एवं अत्यंत भव्य है। तप और संघर्ष का पर्याय मां का ये रूप आप सभी की मनोकामना पूरी करें।
सुबह 9 बजे से शुरू हुआ लोगों से मिलने का सिलसिला
गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मठ के प्रथम तल से नीचे नहीं आए। बल्कि ऊपर ही बैठक कक्ष में मंदिर के करीबी लोगों से उनकी मुलाकात का सिलसिला चलता रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ परंपरागत रूप से पूरे 9 दिन उपवास पर हैं। उन्होंने सुबह फलहार के रूप में दूध, सूखा मेवा और फल का सेवन किया। वे शाम के समय सूखा फल, फल, दूध, सिंघाड़े के आटे का बना हलवा, बकला की दाल, तिन्नी का चावल, फाफड़े की रोटी ग्रहण करते हैं।
मंदिर से ही सरकार के काम काज पर नजर
9 दिन के नवरात्र व्रत एवं धार्मिक अनुष्ठान पर रहते हुए मुख्यमंत्री योगी गोरखनाथ मंदिर से ही सरकार के काम-काज पर भी नजर रखे हुए हैं। उनके साथ ओएसडी उमेश सिंह बल्लू एवं विशेष सचिव अमित सिंह भी मंदिर में डेरा डाले हुए हैं।