आखिरी पांच ओवरों में असंभव लग रहे लक्ष्य को किया हासिल
भास्कर समाचार सेवा
थल(बेरीनाग)। थल के मिनी स्टेडियम रामलीला मैदान में यूथ सोसायटी के तत्वावधान में आयोजित प्रथम डॉ. बीरेंद्र जंगपांगी स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल मैच में आखिरी गेंद तक खेले गए बेहद दिलचस्प मुकाबले में जेएमएस डीडीहाट की टीम ने स्पोर्ट्स क्लब बलतिर को 4 विकेट से हराकर विजेता का ताज पहना। टॉस जीतकर पहले खेलते हुए बलतिर की टीम ने 20 ओवर में 4 विकेट पर 224 रन की सशक्त चुनौती दी। शुरुआत में 19 रन पर 3 विकेट गिर जाने के बाद सौरव के 37 गेंदों में 9 छक्के की मदद से 84 रन और रोहित के 45 गेंदों 7 छक्के से बनाए गए नाबाद 78 रन ने 191 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की बदौलत कठिन लक्ष्य दिया। जवाब में डीडीहाट का पहले ही ओवर में शून्य पर पहला विकेट गिर गया।
उसके बाद क्षेत्ररक्षण करते चोटिल हुए ओपनर बल्लेबाज संजू की साहसिक पारी में 11 चौके से बनाये 62 रन और नितिन द्वारा बनाये गए 54 रन से 135 रन की साझेदारी बनाकर जीत की नींव रखी। आखिरी 5 ओवर में जीत के लिए डीडीहाट को 77 रन की आवश्यकता थी, जो असंभव सा लग रहा था। मध्यक्रम के बल्लेबाज जीवन की जुझारू साहसिक पारी में 17 गेंदों में 6 छक्के से बनाये गए नाबाद 48 रन और आखरी गेंद पर जड़े गए छक्के से डीडीहाट ने रोचक फाइनल मुकाबला 4 विकेट से जीत लिया। मैच जिताऊ पारी खेलने वाले जीवन को मैन ऑफ द दिया गया। मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार डीडीहाट बल्लेबाज नीरज सौन, सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बलतिर गेंदबाज जगमोहन भैसोड़ा तथा सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज का पुरस्कार राउंड मैंच में शतक लगाने वाले कौली टीम के बल्लेबाज विनोद पांडे को दिया गया।