
दंगाई भीड़ को पास से देखने वाले चंद्रकांत कावड़े ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि दंगा समाप्त होने के करीब आधे घंटे बाद पुलिस आई थी। हिंसक भीड़ में लगभग 200 दंगाई शामिल थे। उन्होंने उनकी और उनके भाई की बाइकें जला दीं। कावड़े ने यह भी कहा कि उनकी बाइक के साथ ही रामनवमी शोभायात्रा के लिए सजावट का सामान रखा हुआ था, जिसे दंगाई घसीट ले गए और आग लगा दी। उन्होंने यह भी कहा कि दंगाई भीड़ ने यह सब करने से पहले CCTV कैमरे तोड़ दिए थे। हिंसा के प्रत्यक्षदर्शियों में से एक पीड़ित व्यक्ति ने बताया, “करीब 1000 लोगों की भीड़ रात 8:30 बजे अचानक इलाके में घुस आई और देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू कर दी। हमारी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर बच्चे थे, वहां तक पत्थर फेंके गए। 25-30 गाड़ियों को तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया गया।”#WATCH | Maharashtra | A local shopkeeper from Nagpur's violence-hit Hansapuri area says, "At 10.30 pm, I closed my shop. Suddenly, I saw people torching vehicles. When I tried to douse the fire, I was hit with a stone. My two vehicles and a few other vehicles parked nearby were… pic.twitter.com/tisqTd87d2
— ANI (@ANI) March 18, 2025
एक स्थानीय महिला ने दहशत भरी आवाज़ में कहा, “भीड़ पूरी तैयारी के साथ आई थी। उनके चेहरे ढके हुए थे, हाथों में हथियार थे। वे उग्र नारेबाजी कर रहे थे, पत्थर बरसा रहे थे। दुकानों और घरों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की, गाड़ियां जलाईं। हमारे घर की खिड़कियाँ चकनाचूर हो गईं। यह हमला बाहर से आए लोगों ने किया था, यह साफ दिख रहा था।” हिंसा के बाद इलाके में डर और आक्रोश का माहौल है। हिंदू समुदाय इसे एक सोची-समझी साजिश मान रहा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है।”#WATCH | Nagpur, Maharashtra: An eyewitness and local from Hansapuri area says, " A team came here, their faces were hidden with scarfs. They had sharp weapons, stickers and bottles in their hands. They started the ruckus, vandalised shops and pelted stones. They also torched… https://t.co/dulJLlh1kV pic.twitter.com/QYDClkXVS9
— ANI (@ANI) March 17, 2025