वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी की जनता से फिर जीत का आशीर्वाद मांगा है। उन्होंने कहा कि काशी के सेवक के रूप में मैंने 5 साल के कार्यकाल में यहां के किसानों, बुनकरों, महिलाओं और युवाओं की बेहतरी के लिए कुछ करने, मदद पहुंचाने की कोशिश की हैं। मैंने काशी की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रण लिया है । इसे पूरा करने तक चैन से नहीं बैठूंगा। गुरूवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रोडशो और नामांकन के लिए आये प्रधानमंत्री छावनी क्षेत्र स्थित एक होटल में नगर के प्रबुद्ध वर्ग को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने काशी से अपने जुड़ाव का जिक्र कर कहा कि काशी का कर्जदार हूं और काशीवासियों की सेवा करने के लिए आया हूं। उन्होंने कहा कि काशी को मैंने नहीं काशी ने मुझे बदल दिया। मां गंगा ने मुझे बहुत दुलार दिया। मेरा सौभाग्य हैं कि मैं काशी का हिस्सा बन पाया, काशी में मुझे कुछ नया करने की ताकत दी, मैं काशी का कर्जदार बन गया हूं। काशी को वचन देता हू कि देशहित के अलावा किसी और का हित नहीं सोचूंगा। भारत प्रथम ही मेरा मंत्र है।
दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी। #KashiBoleNaMoNaMo pic.twitter.com/8MozZOQYT6
— BJP (@BJP4India) April 25, 2019
प्रधानमंत्री ने अपने सरकार के जनकल्याण कारी योजनाओं का जिक्र कर कहा कि मोदी के लिए समर्थ, सम्पन्न और सुखी भारत का सुरक्षा भी अहम है। नया भारत आतंकियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने का साहस रखता है। नया भारत सहता और कहता नहीं है, वह आतंक को मुंहतोड़ जवाब देता है। प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि जब नीयत साफ होती है तो नीतियां भी सही बनती हैं। हमारी सरकार की नीयत साफ रही, इस लिए नियति भी हमारा साथ दे रही है। उन्होंने कहा कि हमारे विरोधी भी हमारे कार्य का लोहा मान रहे हैं। बीते 5 सालों में हमारी सरकार के प्रयासों के रहे,आने वाले 5 साल परिणामों के रहेंगे। अगले 5 साल देश की प्रतिष्ठा के होंगे । काशी के विकास और काया पलट का जिक्र कर प्रधानमंत्री ने कहा अब बनारस से लटके तार गायब हो रहे हैं।
सड़कों के किनारे गंदगी नहीं दिखती, घाट साफ हो गए हैं और काशी ही नहीं पूरा देश इस बदलाव को महसूस कर रहा है। उन्होंने भावुक होकर कहा कि बाबा विश्वनाथ की मर्जी के बिना कुछ भी संभव नहीं है, मैं तो निमित्त मात्र हूं और बाबा की इच्छा के बिना मेरे लिए कुछ भी करना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि मुझे काशी को देखकर दुख होता था कि जिस पावन गंगा का आचमन करने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं उसका शहर इस तरह गंदगी में क्यों है। इसे दूर करने का मैंने संकल्प लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी ही नही पूरे देश में अभूतपूर्व काम हो रहा है। चाहे वो सड़क मार्ग हो, वायु मार्ग हो, जलमार्ग हो या और कोई मार्ग हो।
प्रधानमंत्री ने पुलवामा आतंकी हमले का जिक्र कर कहा कि हमारे 40 जवानों को शहीद किया गया। इस हमले के बाद उसी क्षेत्र में अब तक 42 आतंकवादियों को ठिकाने लगाया जा चुका है। ये हमारा काम करने का तरीका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2005 से 2014 के दौरान देश के कई धार्मिक स्थलों पर हमले हुए, लोगों को मारा गया। हमारी सरकार में आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है और इसी का नतीजा है कि पिछले 5 सालों में देश के किसी धार्मिक स्थल पर आतंकियों ने अपनी नजर नहीं डाली। उन्होंने कहा कि आतंक अब कश्मीर के छोटे से हिस्से में सिमट गया है। हमारा देश तपस्या के दौर में है।