लखीमपुर-खीरी, 22 मार्च (हि.स.)। धौरहरा लोकसभा पर भाजपा के प्रत्याशी को लेकर चल रही उठापटक के बीच जितिन प्रसाद का भाजपा से प्रत्याशी बनाया जाना लगभग तय है। इस चर्चा से कांग्रेसी खेमे में काफी मायूसी छायी हुई है। राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में जितिन प्रसाद को पार्टी में शामिल कराने की तैयारी चल रही है।
क्षेत्र में चल रही चर्चा से न सिर्फ कांग्रेस की नींद उड़ गई है, बल्कि भाजपा की एक बड़ी चुनौती भी धौरहरा लोकसभा से खत्म होती दिखाई दे रही है। धौरहरा लोकसभा सीट पर भाजपा द्वारा अपनी पहली लिस्ट में प्रत्याशी का घोषित न किया जाना, एक तरफ जहां इस बात का अंदेशा जता रहा है कि भाजपा इस सीट से दोबारा निवर्तमान सांसद रेखा वर्मा को लड़ाना नहीं चाह रही है। वहीं भाजपा के लिए इस सीट को जीतने में आड़े आने वाले सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेसी प्रत्याशी बनकर जितिन प्रसाद देने वाले थे।
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— Jitin Prasada जितिन प्रसाद (मोदी का परिवार) (@JitinPrasada) March 22, 2019
पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद धौरहरा में पिछले 5 सालों में भी जनता के बीच अपनी उपस्थिति बनाये रखे हैं। शुक्रवार को जितिन प्रसाद का भाजपा में शामिल होकर इस सीट से चुनाव लड़ना अचानक चर्चा में है। इस चर्चा के बाद से ही भाजपा के खेमे में खुशी की लहर है।
सियासी गलियारें में चर्चा है कि जितिन प्रसाद धौरहरा लोकसभा सीट से टिकट न मिलने से नाराज हैं और उनकी इस नाराजगी का कारण प्रियंका गांधी को माना जा रहा है। ऐसा चर्चा में है कि कांग्रेस इस सीट से पूर्व कांग्रेसी नेता तेज नारायण त्रिवेदी के परिवार के किसी सदस्य को चुनाव मैदान में उतारना चाह रही है।