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हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां… कैदियों की तरह भारतीय प्रवासी अमेरिका से भारत पहुंचे। अमेरिका की ट्रंप सरकार ने अवैध रूप से अमेरिका में रहने वाले 104 भारतीय नागरिकों को भारत वापस भेज दिया है। ये लोग बुधवार को अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 से अमृतसर पहुंचे। वीडियो में इन भारतीयों को कैदियों की तरह हाथों और पैरों में जंजीरें पहने हुए दिखाया गया है। इनमें अधिकांश लोग हरियाणा, पंजाब और गुजरात के निवासी हैं।
यह विमान अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास भारतीय वायुसेना के एयरबेस पर उतरा। अमेरिकी सीमा सुरक्षा बल (USBP) ने इस घटना का वीडियो जारी किया, जिसमें इन भारतीय नागरिकों को अवैध विदेशी प्रवासी बताया गया और यह चेतावनी दी गई कि जो लोग अवैध तरीके से सीमा पार करेंगे, उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
वीडियो में यह भी दिखाया गया कि इन लोगों को कड़ी सुरक्षा में रखा गया था, उनके हाथों में हथकड़ियां और पैरों में जंजीरें थीं। अमृतसर पहुंचने पर इनकी जंजीरें हटा दी गईं। एक अवैध प्रवासी जसपाल सिंह ने बताया कि शुरुआत में उन्हें लगा था कि वे किसी अन्य कैंप में भेजे जा रहे हैं, लेकिन विमान के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि उन्हें भारत वापस भेजा जा रहा है।
अमेरिकी सरकार ने इन 104 भारतीय नागरिकों को अवैध प्रवासन का दोषी मानते हुए उन्हें भारत भेज दिया। इनमें 19 महिलाएं, 6 बच्चे, 6 बच्चियां और 73 पुरुष शामिल हैं, जिनकी उम्र 4 से 41 वर्ष के बीच है। इन 104 लोगों में 33 हरियाणा, 33 गुजरात, 30 पंजाब, 3-3 महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से और 2 चंडीगढ़ से हैं।
अमेरिका से भारत वापस आ रहे हैं प्रवासियों को जंजीरों और बैड़ियों में बांधकर भेजने पर सियासत तेज हो गई है। विपक्ष ने संसद में इस मुद्दे को उठाकर केंद्र की मोदी सरकार घेरा। जिसमें सरकार का बचाव करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि अमेरिका से डिपोर्टिंग नियम के तहत हो रही है। यह नियम 2012 में लागू हुआ था। दरअसल, अमेरिका से अवैध प्रवासियों को निर्वासित (deport) करने के कानूनी नियम और प्रक्रियाएँ अमेरिकी इमिग्रेशन एंड नेचुरलाइजेशन एक्ट (INA) और अन्य संबंधित इमिग्रेशन कानूनों द्वारा निर्धारित होती हैं। आईए जानते हैं कि अमेरिका में अवैध प्रवासियों को भेजने के लिए कौन-सा नियम लागू होता है।
अमेरिका में अवैध प्रवासी किसे कहते हैं ?
- अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश किया हो (जैसे बिना वीज़ा के)।
- वीज़ा की अनुमति समाप्त होने के बाद भी देश में रह रहा हो।
- अमेरिका में रहने के लिए उचित अनुमति या वीज़ा न हो।
निर्वासन (Deportation/Removal) का आधार
- अवैध प्रवेश: यदि कोई व्यक्ति अमेरिका में बिना वैध वीज़ा के प्रवेश करता है, तो वह अवैध प्रवासी माना जाता है।
- वीज़ा के नियमों का उल्लंघन: यदि किसी व्यक्ति ने वीज़ा अवधि समाप्त होने के बाद भी अमेरिका में रहना जारी रखा, तो उसे अवैध प्रवासी माना जा सकता है।
- अपराधिक गतिविधियाँ: कुछ अपराधों जैसे हत्या, ड्रग तस्करी, और अन्य गंभीर अपराधों में संलिप्त होने पर अवैध प्रवासियों को निर्वासित किया जा सकता है।
- सुरक्षा खतरे: जो व्यक्ति राष्ट्रीय सुरक्षा या सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा होते हैं, उन्हें निर्वासित किया जा सकता है।
निर्वासन की प्रक्रिया
- इमिग्रेशन कोर्ट: अवैध प्रवासी को निर्वासित करने से पहले उसे इमिग्रेशन कोर्ट में एक सुनवाई का अवसर मिलता है। यहाँ पर प्रवासी अपनी स्थिति को प्रस्तुत कर सकता है, जैसे कि शरण का अनुरोध, परिवारिक कारण, या अन्य मानवीय आधार।
- निर्वासन आदेश: अगर न्यायाधीश यह निर्णय लेते हैं कि प्रवासी का अमेरिका में रहना कानूनी नहीं है, तो उन्हें निर्वासित करने का आदेश दिया जाता है।
कानूनी अपील और विकल्प
- बचाव के उपाय: किसी प्रवासी के पास निर्वासन से बचने के लिए कुछ कानूनी उपाय हो सकते हैं, जैसे कि अस्थायी राहत (temporary relief), अंतरराष्ट्रीय शरण (asylum), या परिवार आधारित राहत (family-based relief), जो उन्हें अमेरिका में और कुछ समय तक रहने की अनुमति दे सकते हैं।
- अपील की प्रक्रिया: अगर किसी प्रवासी को इमिग्रेशन कोर्ट से निर्वासन का आदेश मिलता है, तो वे इस आदेश को बोर्ड ऑफ इमिग्रेशन अपील्स (BIA) में चुनौती दे सकते हैं। इसके बाद, वे फेडरल कोर्ट में अपील कर सकते हैं यदि उनका मामला न्यायिक समीक्षा के योग्य है।
दंड और प्रतिबंध
- दीर्घकालिक प्रतिबंध: अवैध प्रवासियों को कभी-कभी वापस अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने के लिए दीर्घकालिक प्रतिबंध लागू किया जाता है। यह प्रतिबंध 5, 10, या 20 वर्षों तक हो सकता है, या कभी-कभी स्थायी रूप से।
- पुनः प्रवेश की अनुमति: यदि किसी व्यक्ति को निर्वासित किया जाता है, तो भविष्य में उसे अमेरिका में फिर से प्रवेश करने के लिए वीज़ा प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
ट्रंप और बाइडन प्रशासन की नीतियाँ
- ट्रंप प्रशासन (2017-2021) ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कठोर नीतियाँ अपनाई थीं। इस दौरान, अवैध प्रवासियों के खिलाफ व्यापक कार्रवाई की गई और उन्हें जल्दी निर्वासित करने के प्रयास किए गए।
- बाइडन प्रशासन (2021 से वर्तमान) ने कुछ नीति में नरमी की है, विशेष रूप से उन प्रवासियों के मामले में जो परिवार से जुड़े हैं या जिन्हें शरण की आवश्यकता है। बाइडन प्रशासन ने प्राथमिकता नीति को अपनाया, जिसमें केवल गंभीर अपराधियों और सुरक्षा खतरे के मामलों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।