मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने गुरुवार को भोपाल की भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ विवादित बयान दिया है। उन्होंने अपने बयान में साध्वी प्रज्ञा को जिंदा जला देने की धमकी दी। दांगी ने धमकी भरे अंदाज में कहा कि ‘यदि प्रज्ञा ठाकुर यहां (मध्यप्रदेश) आई तो उन्हें जिंदा जला देंगे।’ दरअसल साध्वी प्रज्ञा ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ बताया था। इसके बाद से ही विपक्ष द्वारा लगातार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जा रही है
#WATCH MP: Congress MLA from Rajgarh's Biaora, Govardhan Dangi reacts on BJP MP Pragya S Thakur referring to Nathuram Godse as 'deshbhakt' in Lok Sabha, says "…We condemn this. We will not just burn her effigy, if she ever sets her foot here, we will burn her too." (28.11) pic.twitter.com/7pCVbDaquB
— ANI (@ANI) November 29, 2019
साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के खिलाफ गोवर्धन दांगी भोपाल में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ साध्वी प्रज्ञा का पुतला भी फूंका। उन्होंने बताया कि ‘महात्मा गांधी राष्ट्रपति हैं और उनके हत्यारे को देशभक्त कहने वाली साध्वी प्रज्ञा का पुतला तो क्या, यदि वो यहां खुद आई तो पुतले के साथ-साथ उसे भी जिंदा जला देंगे।’ बता दें कि बुधवार को लोकसभा में एसपीजी अमेंडमेंट बिल पर डिबेट के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को देशभक्त बताने वाला बयान दिया था।
BJP has barred Pragya Singh Thakur from attending all Parliamentary Party meetings for the rest of the winter session, a day after the controversial Lok Sabha MP made remarks referring to Nathuram Godse in Parliament
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— ANI Digital (@ani_digital) November 28, 2019
ये कोई पहली बार नहीं है, जब साध्वी प्रज्ञा ने इस तरह की टिप्पणी की हो। इससे पहले भी वह ऐसी बयानबाजी कर चुकी हैं। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी उन्होंने गोडसे को ‘देशभक्त’ बताया था, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की थी और प्रज्ञा को माफ नहीं करने की बात कही थी।
पीएम मोदी ने कहा था कि गांधी जी या गोडसे के बारे में जो भी बात की गयी या जो भी बयान दिये गये, ये बहुत ही खराब हैं। उन्होंने कहा था कि ‘इस तरह के बयान हर प्रकार से घृणा के लायक हैं। आलोचना के लायक हैं। सभ्य समाज के अंदर इस तरह की भाषा नहीं चलती है। इस प्रकार की सोच नहीं चल सकती, इसलिए ऐसा करने वालों को सौ बार आगे सोचना पड़ेगा।’ इसके बाद से साध्वी प्रज्ञा इस तरह के बयान से बचती रही, लेकिन उन्होंने एक बार फिर गोडसे को देशभक्त बता दिया।