नई दिल्ली: विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अदालत के बाहर बो मीडिया से रूबरू होते हुए एक ऐसा बयान दिया जिसके बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई। माल्या ने कहा कि लंदन आने से पहले उन्होंने वित्त मंत्री से मुलाकात की थी। उनके इस बयान के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पोस्ट के जरिए तुरंत सफाई दी और कहा कि उन्होंने कभी मुलाकात के लिए समय नहीं दिया। वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस बयान के बाद माल्या के सुर बदल गए। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि ये बेहतर होगा कि वित्त मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे दें।
विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर अब लंदन की अदालत में अगली सुनवाई 10 दिसंबर को होगी। सुनवाई के बाद माल्या ने कहा कि उन्होंने वित्त मंत्री से कभी औपचारिक मुलाकात नहीं की थी। ये बात अलग है कि संसद परिसर में वो उनसे मिले और बताया कि वो लंदन जा रहे हैं। एक समय के बाद संसद के अंदर वो कई सहयोगियों से मिले और बताया कि वो चाहते हैं कि बैंकों के साथ उनका मामला सुलझ जाए। उन्हें ऐसा लगता है कि मीडिया को वो इससे ज्यादा जानकारी नहीं देना चाहिए।
#WATCH: Vijay Mallya outside London Court clarifies on his statement that he met Finance Minister before leaving from the country, says "I happened to meet Mr Jaitley in Parliament & told him that I am leaving for London… I did not have any formal meetings scheduled with him." pic.twitter.com/U0ZnbKXrnM
— ANI (@ANI) September 12, 2018
विजय माल्या ने कहा कि वो दावे के साथ कह सकते हैं उन्हें भगाने में किसी ने मदद नहीं की। सबसे बड़ी बात ये है कि भागने का सवाल ही नहीं पैदा होता है। उनके खिलाफ जो भ्रम बनाया गया है वो मीडिया का किया धरा है। उनका पहले से जेनेवा में कार्यक्रम तय था और उसमें हिस्सा लेने के लिए उन्हें जाना ही था।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा
विजय माल्या के बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने की आवश्यकता है। इसके साथ ही वित्त मंत्री अरुण जेटली को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि माल्या ने जो आरोप लगाए हैं वो बेहद गंभीर हैं। केंद्र सरकार से जनता जवाब जानना चाहती है। ऐसे में वित्त मंत्री को सुचिता का उदाहरण पेश करना चाहिए।
Given Vijay Mallya’s extremely serious allegations in London today, the PM should immediately order an independent probe into the matter. Arun Jaitley should step down as Finance Minister while this probe is underway, tweets Rahul Gandhi (File pic) pic.twitter.com/s2jnkoAjZT
— ANI (@ANI) September 12, 2018
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा
बैंकों को लुटने के बाद माल्या लंदन भाग गए। सरकार को इस बात की जानकारी थी। इसलिए जब वित्त मंत्री ने उनके मुद्दे पर संसद में बयान दिया तो उन्हें बताना चाहिए था कि वो विजय माल्या से कहां मिले थे। इस संबंध में वित्त मंत्री ही सत्य से आम जनता को रूबरू करा सकते हैं।
#WATCH Finance Minister Arun Jaitley says, "I never gave him an appointment" on Vijay Mallya's claim that he met the Finance Minister before he left. pic.twitter.com/aGxlD69NHY
— ANI (@ANI) September 12, 2018
ऐसे में ये जानना जरूरी है कि विजय माल्या के बयान के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने क्या कहा था। वित्त मंत्री अरुण जेटली बताते हैं कि उनके संज्ञान में ये बात आई है कि विजय माल्या ने लंदन में बैंकों से सेटलमेंट के संबंध में कुछ कहा है। जेटली लिखते हैं कि विजय माल्या का बयान सच से परे हैं। उसमें किसी तरह की सच्चाई नहीं है। 2014 के बाद उन्होंने माल्या को मिलने के लिए अप्वाइंटमेंट नहीं दिया था, लिहाजा उनसे मिलने का सवाल ही नहीं उठता है। विजय माल्या चूंकि राज्यसभा के सदस्य थे और वो कभी कभी संसद आया करते थे।