गांव के गलियारे, चुनावी चौपाल बने नुक्कड़ व चौराहे

रामकोट सीतापुर। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तिथियां पास आती जा रही हैं वैसे-वैसे चौपाल में जमी महफिल हो या फिर चाय की दुकान आजकल हर जगह विधानसभा चुनावों की चर्चा का माहौल गर्म है। हर कोई चुनावों को लेकर जिज्ञासु नजर आ रहा है। जहां कहीं भी दो-चार लोग एकत्रित हो जाते हैं, वहीं पर विधानसभा चुनावों का जिक्र शुरू होना लाजमी हैं। राजनैतिक पार्टियों में भी मिशन 2022 फतेह करने के लिए जोर आजमाइश शुरू हो गई है। सियासी दांवपेच के साथ जातिगत गणित का फार्मूला फिट करने की कोशिश हो रही है। विधानसभा चुनाव में ताज किसके सिर सजेगा इसका पता तो 10 मार्च को ही चलेगा लेकिन चौराहों, नुक्कड़ों और चाय की दुकानों पर चर्चा करके लोग अपनी-अपनी सरकारें बना रहे थे तो उसी पल सामने वाला अपनी दलील से तख्तापलट करता हुआ दिख रहा है।

जनपद में जहां 23 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने जा रहा है लेकिन अभी तक राजनीतिक दलों ने पूरी तरह से अपने चुनावी पत्ते नहीं खोले हैं। इसके चलते चुनाव में किस पार्टी से कौन प्रत्याशी मैदान में होगा इसे लेकर समर्थकों के साथ ही मतदान मतदाताओं में भी उहापोह की स्थिति कायम है। अभी तक जनपद 9 विधानसभाओं में कांग्रेस ने दो भाजपा ने पांच प्रत्याशी घोषित किए हैं जबकि सपा व बसपा की तरफ से अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान अभी तक नहीं किया गया है हालांकि माना यह जा रहा है कि जनपद में सपा व भाजपा की सीधी टक्कर है। कांग्रेस व बसपा को चुनावी चर्चा में मैदान से बाहर ही माना जा रहा है। भाजपा की 4 विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया गया है व सपा से उतरने वाले प्रत्याशियों के नाम को लेकर सिर्फ कयास का दौर कायम है जनपद की प्रत्येक सीट से प्रत्येक दल से कई नाम चर्चाओं में है लेकिन इन सभी में से राजनैतिक दल किसको अपना प्रत्याशी बनाएगा इसकी तस्वीर आने वाले समय में ही साफ हो पाएगी फिलहाल दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ता भी प्रत्याशी के नाम को लेकर उहापोह की स्थिति में है।

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