विंध्याचल नवरात्र मेला शनिवार से, तैयारियां पूरी

विन्ध्याचल (मिर्जापुर) : भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार से विश्व प्रसिद्ध विन्ध्याचल नवरात्र मेला शुरू होने जा रहा है। पूरा मेला क्षेत्र ड्रोन एवं सीसी कैमरे के जद में होगा। मेला सुरक्षा में अर्धसैनिक बल के जवानों के साथ दो हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। आधुनिक उपकरणों से युक्त बम डिस्पोजल दस्ता एवं जल पुलिस के जवान मुस्तैद रहेगे। यात्रियों के सहुलियत की दृष्टि से इस बार कई नये प्रयोग किए गए हैं।
मां विन्ध्यवासिनी देवी के गर्भगृह में चरण छूने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध वीआईपी व्यक्तियों पर भी लागू किया गया है। साथ ही साथ पंडों, नाईयो और सफाईकर्मी के लिए डेस कोड में रहने के आदेश दिए गए हैं। दुकानदारों और वाहन स्टैंडो पर रेट लिस्ट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। नौ दिन तक चलने वाले मेले सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। । इस बार नवरात्रि मेले में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ होने की उम्मीद है। जिलाप्रशासन ने मेला की मुकम्मल व्यवस्था कर लेने का दावा किया है। नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह मेला अधिकारी बनाया गया है। जबकि अपर जिला मजिस्ट्रेट एक के शुक्ल सुपर मजिस्ट्रेट होगे।
व्यवस्था के सम्बन्ध में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र को आठ जोन और 18 सेक्टरों में बांटा गया है। सभी जोनो में जोनल मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेटो को तैनात किया गया है। मेला क्षेत्र में आवश्यकता से अधिक भीड़ एकत्र न हो सके इसके लिए जगह-जगह बैरियर लगाये गए हैं।
जिला पुलिस प्रमुख अजय कुमार सिंह ने बताया कि मेले में सिविल पुलिस के अलावा जल पुलिस यातायात घुड़सवार पुलिस के अलावा खुफिया एजेंसी के जवान भी है। किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए अलग से व्यवस्था की गयी है।
व्यवस्था एवं तैयारियों की समीक्षा के लिए आज मंडलायुक्त योगेश्वरराम मिश्र एवं पुलिस उप महानिरीक्षक आर के भरव्दाज ने उच्च स्तरीय बैठक कर समीक्षा कर आवश्यक आदेश निर्देश दिए। घाटों सहित प्रमुख स्थानों का निरीक्षण भी किया।
मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने बताया कि मेले के मद्देनजर कोरिडोर निर्माण कार्य को फिलहाल रोक दिया गया है। मेला समाप्ति के बाद शुरू किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पहली बार विकलांग दर्शनार्थियों के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गयी है। मंडलायुक्त ने बताया कि पंडो द्वारा पारी बेचने पर भी रोक लगा दी गई है।अब उन्हें खुद बैठना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि दर्शनार्थियों को धूप से बचाने के लिए मैट आदि की व्यवस्था की गयी है।

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