गोद लिये हुये गांव का अधिकारी नियमित रूप से करें भ्रमण – डीएम


मैनपुरी – 7 सितम्बर से प्रारम्भ हो रहे राष्ट्रीय पोषण माह की तैयारियों, उक्त अवधि में होने वाले कार्यक्रमों के संबंध में मुख्यमंत्री की वीडियो कांफ्रेंसिंग के उपरांत जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने संबंधित अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कहा कि प्रत्येक माध्यमिक, पूर्व माध्यमिक विद्यालय में पोषण वाटिका विकसित की जाए उसमें फलदार वृक्ष जैसे अमरूद, आंवला, सहजन, नींबू, कैथ के वृक्ष लगाए जाएं, कुपोषण से सुपोषण की ओर ले जाने हेतु गोद लिए गांव का संबंधित अधिकारी नियमित रूप से भ्रमण कर बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी करें, अपने सामने अति कुपोषित, कुपोषित बच्चों का वजन कराएं, उन्हें पोषाहार उपलब्ध कराया जाए, पोषण पुनर्वास केंद्र संचालित रहे उसमें अति कुपोषित बच्चों को भर्ती कराया जाए, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, सहायिका घर-घर जाकर लक्षित बच्चों को पोषाहार वितरित करें।


     डीएम ने कहा कि गंभीर अति कुपोषित बच्चों की प्रारंभिक पहचान की जाये ताकि प्रारम्भिक उपचार के माध्यम से गम्भीर परिणामों से बचाव किया जा सके, सैम एवं मैम बच्चों के चिन्हिकरण एवं संदर्भन किया जाना राष्ट्रीय पोषक माह के लक्ष्यों में से एक है, इस प्रक्रिया में प्रशासन द्वारा समय≤ पर निर्गत कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुये परिवारों एवं समुदाय को अधिक से अधिक पौष्टिक सब्जी, फलों के पौधे, वृक्ष लगाये जाने हेतु प्रेरित किया जाये, भूमि के आभाव में गमलों में पौधे अथवा टेरेस गार्डन को भी प्रोत्साहित किया जाये। न्यूट्री गार्डन में मनरेगा, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और अन्य योजनाओं का अनिवार्य रूप से कन्वर्जेन्स सुनिश्चित किया जाये,


     जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह 2020 में सैम बच्चों का चिन्हांकंन एवं अनुश्रवण, वृक्षारोपण की अभियान चलाया जाये, जिससे किचेन गार्डन को प्रोत्साहित किया जा सके।
         बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0ए.के. पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी विजय प्रताप, जिला पंचायतराज अधिकारी स्वामीदीन, जिला पूर्ति अधिकारी उबैदुर्रहमान, जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविन्द कुमार आदि उपस्थित रहे।
मैनपुरी से प्रवीण पाण्डेय की रिपोर्ट

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