आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन इंडिया के मर्जर को अब लगभग अंतिम मंजूरी मिलने के बाद टेलीकॉम जगत में हलचल मच गई है. इस फैसले के बाद से बाजार में कई तरह के बदलाव देखने की उम्मीद जताई जा रही है. दो बड़ी कंपनियों के मर्जर को देखते हुए अब बाकी कंपनियां जरूरी फेरबदल करने की फिराक में हैं. नंबर दो और नंबर तीन के एक होने के बाद अब कंपनी के मैनेजमेंट में बड़ा बदलाव किया जा रहा है.
इस मर्जर के बाद अब सोशल मीडिया पर दोनों कंपनी के सिम कार्ड बंद होने की खबर तेजी से फैल रही है. ऐसे में इन सर्विस प्रोवाइडर यूजर्स के जहन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर इस मामले की पूरी सच्चाई क्या है. जानकारी के मुताबिक ग्राहकों को इस मर्जर के बाद नया सिम कार्ड लेने की जरूरत नहीं होगी. कंपनी अपने सिस्टम में ही ग्राहकों का डाटा अपडेट करेगी जिससे नया सिम लेने की जरूरत खत्म हो जाएगी.
इसके अलावा ग्राहकों के मन में ये सवाल भी उठ रहा है कि मर्जर के बाद कंपनी का नया नाम क्या होगा? इस बारे में फिलहाल कोई ऑफिशियल सूचना तो नहीं मिली है, लेकिन कहा जा रहा है कि नए नाम का खुलासा जल्द होगा जिसके बाद नए सिम मार्केट में आएंगे. इसके अलावा पुराने सिम कार्ड्स पर भी कंपनी ऑफर्स देती रहेंगी. इस मर्जर के बाद यह देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई है जिसके बाद एयरटेल दूसरे नंबर पर आ गई है.
इसके अलावा वोडाफोन और आइडिया के मर्जर के बाद अब 40 करोड़ से भी ज्यादा ग्राहक इस कंपनी के पास होंगे. जानकारी के मुताबिक दोनों ही कंपनियां पहले ही सिस्टम को 4जी सेवा के अनुरूप अपडेट कर चुकी हैं. ऐसी सूरत में मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी सभी टावर्स को भी अपडेट करेगी.