
कोरोना वायरस महासंकट के बीच दुनियाभर में दादागिरी दिखा रहा चीन इस साल अपना ‘ब्रह्मास्त्र’ पूरे विश्व के सामने पेश कर सकता है। चीन के इस ब्रह्मास्त्र का नाम है शियान H-20 सुपरसोनिक स्टील्थ बमवर्षक विमान। चीन ने जब से इस बमवर्षक विमान के बारे में ऐलान किया है, तब से अमेरिका और भारत के रक्षा गलियारे में टेंशन बढ़ गई है। चीन यह फाइटर जेट पूरे भारत और अमेरिका गुआम नेवल बेस, जापान, आस्ट्रेलिया, फिलीपीन्स को निशाना बनाने में सक्षम है। आइए जानते हैं इस चीनी फाइटर जेट के बारे में सबकुछ…..
रेडार की पकड़ में नहीं आता शियान H-20 बमवर्षक
अमेरिका, भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के अन्य देशों के साथ चल रहे तनाव के बीच चीन इस साल अपना सुपरसोनिक रफ्तार से उड़ने वाला अत्याधुनिक बमवर्षक विमान शियान H-20 तैयार कर लेगा। स्टील्थ टेक्नॉलजी की वजह से यह विमान रेडार की पकड़ में नहीं आता है। इस विमान के चीनी एयरफोर्स में शामिल होते ही चीन की मारक क्षमता दोगुना हो जाएगी। चीन के इस बमवर्षक विमान की मदद से 5300 मील (8500 किमी) तक मार कर सकेगा। चीनी विमान के दायरे में पूरा भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के कुछ इलाके आ जाएंगे।
रूस, अमेरिका के विशिष्ट क्लब में शामिल होगा चीन
शियान H-20 के शामिल होते ही चीन अमेरिका और रूस के उस विशिष्ट क्लब में शामिल हो जाएगा जो परमाणु बम से लैस मिसाइल हवा, जमीन और समुद्र से दागने में सक्षम हैं। इसके साथ ही चीन का न्यूक्लियर ट्रायड पूरा हो जाएगा। इस साल नवंबर महीने में होने जा रहे झुहाई एयरशो में इस बमवर्षक विमान को पेश करने जा रहा है। एक तरफ दुनिया जहां कोरोना महासंकट से जूझ रही है, वहीं चीन इस एयरशो के जरिए पूरे विश्व को यह दिखाने की कोशिश करेगा कि उसके ऊपर कोरोना का कोई खास असर नहीं पड़ा है।
अमेरिका के बमवर्षक विमान की नकल है चीनी विमान
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक चीन का शियान H-20 बमवर्षक विमान अमेरिका के बी-2 या बी-21 की नकल है। यह विमान परमाणु और परंपरागत मिसाइलों से लैस है। सूत्रों के मुताबिक इस विमान पर हाइपरसोनिक मिसाइलें भी लगी हुई हैं। इससे यह विमान अजेय हो जाता है। इस विमान से 5300 मील के दायरे में कहीं भी परमाणु बम गिराया जा सकता है। विशेषज्ञ इस बेहद घातक हमलावर विमान को लेकर चीन की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं। एक अमेरिकी सूत्र ने कहा कि अगर अमेरिका अपने पांचवीं पीढ़ी के विमान F-35 को और ज्यादा तैनात करता है तो चीन H-20 का सहारा ले सकता है। अमेरिका ने 200 F-35 जेट जापान और दक्षिण कोरिया को बेचा है।
भारतीय सीमा, साउथ चाइना सी में तनाव बढ़ा रहा चीन
कोरोना वायरस महामारी के चीन ने अपनी कुटिल चाल चलते हुए साउथ चाइना सी और भारतीय सीमा पर तनाव को बढ़ा दिया है। साउथ चाइना सी में चीन अपना सैन्य जाल बिछा रहा है। चीन साउथ चाइना सी से पेट्रोकेमिकल्स और अन्य मिनरल निकालना चाहता है और इलाके में एक न्यूक्लियर रिएक्टर भी बना सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि साउथ चाइना सी पर युद्ध के हालात पैदा हो सकते हैं जिस युद्ध में चीन, अमेरिका और रूस शामिल हो सकते हैं। चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेइ फंगे ने कहा कि अगर अमेरिका की तरफ से युद्ध के हालत पैदा किए गए तो पेइचिंग हर कीमत पर लड़ने को तैयार है। चीन की हरकतों को देखते हुए अमेरिका ने भी इलाके में अपने तीन युद्ध पोत भेजे हैं। चीन के सैनिकों ने भारत के सिक्किम और लद्दाख में दादागिरी करने की कोशिश लेकिन भारतीय सैनिकों की कार्रवाई के बाद उन्हें पीछे हटना पड़ा।