भारतीय जनता पार्टी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार को घेरा है. वरुण गांधी ने बैंक फ्रॉड के मामलों को लेकर मोदी सरकार पर हमला करने के साथ ही मजबूत कार्रवाई की अपेक्षा भी की है.
वरुण ने देश के बड़े उद्योगपतियों का उदाहरण देते हुए सरकार से कार्रवाई की मांग को लेकर एक ट्वीट किया है. वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, “विजय माल्या: 9000 करोड़, नीरव मोदी: 14000 करोड़, ऋषि अग्रवाल: 23000 करोड़. आज जब कर्ज के बोझ तले दब कर देश में रोज लगभग 14 लोग आत्महत्या कर रहे हैं, तब ऐसे धन पशुओं का जीवन वैभव के चरम पर है. इस महा भ्रष्ट व्यवस्था पर एक ‘मजबूत सरकार’ से ‘मजबूत कार्यवाही’ की अपेक्षा की जाती है.”
ये पहली बार नहीं है जब वरुण गांधी अपनी ही पार्टी व सरकार के खिलाफ हमलावर है. इससे पहले वो पत्रों व ट्वीट के माध्यम से सरकार को असहज करने वाले सवाल उठाते रहे हैं. 4 दिन पहले उन्होंने एक लाख लोगों का गिरवी रखा सोना नीलाम किए जाने के संबंध में अखबार में प्रकाशित खबर को ट्विटर पर अपलोड करके सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि हजारों रुपये का कर्ज न चुका पाने वालों पर कार्रवाई हो जाती है और हजारों करोड़ की चोरी करने वाले ऐशो-राम का जीवन जीते हैं. वरुण ने लखीमपुर खीरी व हाथरस मामलें में भी मोदी-योगी सरकार को घेरा था.
वरुण गांधी ने कभी बेरोजगारों का मुद्दा उठाया, तो कभी किसानों की समस्याएं उठाने के साथ ही रेलवे सहित विभिन्न क्षेत्रों में निजीकरण की नीति पर सवाल उठाए. कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने वाले किसानों के प्रति भी वह हमदर्दी जताते रहे हैं. आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों को उन्होंने शहीद बताया था.
वहीं लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री पर कार्रवाई न होने पर भी उन्होंने सवाल उठाए थे. अब उन्होंने हजारों करोड़ रुपये का बैंकों से कर्ज लेकर डकार जाने वालों का उल्लेख करते हुए भ्रष्ट व्यवस्था की ओर इंगित करने के साथ ही सरकार से प्रभावी कार्रवाई की अपेक्षा की है.
उधर, वरुण गांधी के ट्वीट पर यूपी सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा है कि वरुण गांधी हमारे सम्मानित सांसद हैं. जब प्रधानमंत्री ने अपना पद संभाला था तब उन्होंने सबसे पहले चोट ऐसे ही लोगों को दी थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ऐसे किसी को भी नहीं बख्शेंगे और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.