दो जिलों से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी, कौन सा असली
पंचायत सहायक, सचिव पर घूस लेकर प्रमाण पत्र जारी करने का आरोप
भास्कर समाचार सेवा
मैनपुरी। विकासखंड मैनपुरी के गांव परौख निवासी वृद्ध नेत्रपालसिंह की मौत अपने पीछे कई सवाल छोड़ गई है। आगरा नगर निगम ने मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करते हुए आगरा के रेनबो हॉस्पिटल में मृत्यु होना बताया है। वहीं गांव के ग्राम पंचायत सहायक व ग्राम पचायत सचिव ने मौत का स्थान गांव परौख बताया है। दोनों ही जगह से अलग- अलग पंजीकरण संख्या के साथ मृत्यु प्रमाण पत्र एक ही तारीख में जारी कर दिए गए हैं। अब सवाल उठता हैं कि कौन सा प्रमाण पत्र असली है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम मुख्य विकास अधिकारी को सौपे शिकायती पत्र में निष्पक्ष जांच के बाद दोषी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
विकासखंड मैनपुरी क्षेत्र के ग्राम परौख निवासी ग्रामीण वेदपाल, मनोज, पिंटू , जितेंद्र ने मुख्यमंत्री के नाम मुख्य विकास अधिकारी को सौपे शिकायती पत्र में कहा है कि गांव निवासी नेत्रपाल सिंह पुत्र कुंवर सिंह जिनकी उम्र करीब 68 वर्ष थी। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। परिवार के लोग उन्हें गंभीर हालत में उपचार के लिए आगरा ले गए थे। आगरा के रेनबो अस्पताल में 3 फरवरी 2023 को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों द्वारा आगरा के नगर निगम रजिस्टार जन्म एवं मृत्यु के यहां दिए गए साक्ष्य के आधार पर आगरा के नगर निगम द्वारा 13 मार्च 2023 को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। ग्रामीणों ने बताया की ग्राम पंचायत सहायक तथा ग्राम पंचायत सचिव ने परिवार के लोगों से सुविधा शुल्क लेकर दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। ग्राम पंचायत सहायक ने बिना जांच पड़ताल और पूछताछ किए बिना ही 3 फरवरी 2023 को ही मृत्यु को दर्शाया है। मृत्यु का स्थान पैतृक गांव दर्शाया दिया है, ग्राम पंचायत सहायक तथा ग्राम पंचायत सचिव ने 13 मार्च 2023 को दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। जिसकी पंजीकरण संख्या अलग है। जबकि नेत्रपाल सिंह की मौत आगरा के रेनबो अस्पताल में हुई है।
भ्रष्ट अधिकारी पंचायत सहायक व सचिव
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत सहायक तथा ग्राम पंचायत सचिव भ्रष्ट अधिकारी हैं। बिना सुविधा शुल्क लिए यह लोग ग्रामीणों का कोई काम नहीं करते हैं। शौचालय के नाम पर 2000 तथा आवास के नाम पर 10 हजार की मांग करते हैं। गांव की जनता दोनों लोगों से काफी परेशान है। ग्राम पंचायत सहायक तथा ग्राम पंचायत सचिव ने सुविधा शुल्क लेकर बिना जांच किए मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिया है। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की जांच की जाए। जांच के बाद दोषी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए।
क्या बोले ग्राम पंचायत सहायक
ग्राम पंचायत सहायक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि परिवार के लोगों ने नेत्रपाल सिंह की मृत्यु का शपथपत्र कार्यालय आकर दिया था। उसी के आधार पर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। मेरी जानकारी में नहीं है कि उनकी मौत आगरा में हुई थी और आगरा नगर निगम ने भी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया है।
क्या बोले ग्राम पंचायत सचिव
मृतक नेत्रपाल सिंह के परिजनों ने आकर ग्राम पंचायत कार्यालय पर 10 रूपये के स्टांप पेपर पर एफिडेविट दिया था कि उनके पिता की मौत गांव में ही हुई है। इसके आधार पर ग्राम पंचायत ने मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया है। मेरे पास परिजनों द्वारा दिए गए सभी साक्ष्य हैं। मेरी जानकारी में नहीं है कि उनकी मृत्यु आगरा में हुई थी और आगरा नगर निगम ने मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया है।- जयप्रकाश यादव, ग्राम पंचायत सचिव परौख, मैनपुरी।
क्या बोले मृतक के परिजन
मृतक नेत्रपाल सिंह के पुत्र जगमोहन सिंह पेशे से प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक हैं। जगमोहन सिंह ने बताया कि उनके पिता की हालत नाजुक थी। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इलाज के लिए उन्हें आगरा के रेनबो अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां 3 फरवरी 2023 को उनके पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद नगर निगम आगरा के रजिस्टार ऑफिस से 13 मार्च 2023 को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
क्या बोले प्रधान प्रतिनिधि
ग्राम पंचायत परौख के प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि गांव निवासी नेत्रपाल सिंह की मौत आगरा के रेनवो अस्पताल में हुई थी। इसके बाद मुझे कोई जानकारी नहीं है कि आगरा के नगर निगम द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है। तथा उसी तारीख में ग्राम पंचायत सचिव द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है। ऐसी जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर ग्राम पंचायत सचिव द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है। और मृत्यु गांव में दर्शाई गई है तो पूरी तरह से गलत है। क्योंकि नेत्रपाल सिंह की मौत आगरा के रेनबो अस्पताल में हुई थी।- पृथ्वीराज सिंह चौहान, प्रधान प्रतिनिधि ग्राम पंचायत परौख।
क्या बोले सीडीओ मैनपुरी
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि गांव परौख निवासी नेत्रपाल सिंह की मौत के बाद आगरा नगर निगम तथा ग्राम पंचायत सचिव द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। नेत्रपाल सिंह की मौत कहां हुई है इसकी जांच की जाएगी। अगर दो मृत्यु प्रमाण पत्र एक ही तारीख में और अलग-अलग पंजीकरण संख्या के साथ बनाए गए हैं तो पूरी तरह से अवैध हैं। इसकी गंभीरता से जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।- विनोद कुमार, सीडीओ मैनपुरी।