उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव इस बार रोचक होने वाला है। गोरखपुर सदर सीट से मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ विजय सिंह नामक शिक्षक ताल ठोकते नजर आएंगे। बीते 26 साल से चार हजार बीघा सार्वजनिक भूमि को भूमाफियाओं के कब्जे से मुक्त कराने के लिए धरना दे रहे शिक्षक विजय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कही है। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चुनाव क्षेत्र करहल में भी पर्ची बाटेंगे और उनके खिलाफ प्रचार भी करेंगे। स्कूली शिक्षक विजय 26 फरवरी, 1996 से अहिंसक धरना दे रहे हैं। उनका दावा है कि 26 करोड़ रुपये की चार बीघा जमीन पर भूमाफिया का कब्जा है।
नहीं कब्जा मुक्त हुई जमीन
2012 में खेती की जमीन को अवैध कब्जा मुक्त कराने के लिए वह पदयात्रा करके लखनऊ पहुंचे थे। तब मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव से उन्होंने मुलाकात कर जमीन को कब्जा मुक्त कराने की अपील की थी। अखिलेश ने उन्हें भरोसा भी दिलाया कब्जा मुक्ति कराने का। विजय सिंह ने बताया कि इसके लिए जांच कमेटी भी गठित की गई थी, लेकिन जमीन कब्जा मुक्त नहीं हुई।
शामली में मुख्यमंत्री के खिलाफ किया था प्रदर्शन
8 अप्रैल, 2019 को विजय ने शामली में बीजेपी की जनसभा में विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने डीएम शामली को जांच के आदेश दिए थे। उप जिलाधिकारी ऊन सुरेंद्र सिंह ने जांच कर रिपोर्ट डीएम को रिपोर्ट दी थी, जिसमें सैकड़ों करोड़ की हजारों बीघा सार्वजनिक कृषि भूमि पर पूर्व विधायक ठां.जगत सिंह का अवैध कब्जा साबित हुआ था। रिपोर्ट में ठं. जगत सिंह को भूमाफिया घोषित करने की संस्तुति की गई थी, जिसके बाद डीएम शामली ने भौतिक सत्यापन कर कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी। विजय सिंह का कहना है कि सीएम ने शामली की भरी सभा में जो वादा किया था, उसे दो साल बाद भी पूरा नहीं किया गया।