उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में शुक्रवार देर रात एक एसडीएम को यौन शोषण का आरोप लगाने वाली अपनी महिला मित्र से शादी रचानी पड़ी। खड्डा तहसील में एसडीएम रहे दिनेश कुमार की पूर्व महिला मित्र ने उनपर शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया था।
महिला का आरोप है कि शादी का झांसा देकर एसडीएम चार साल तक उसका शारीरिक शोषण करते रहे। इस दौरान कई बार अबॉर्शन की भी नौबत आई। शादी का दबाव बनाने पर एसडीएम ने उसकी बुरी तरह पिटाई का भी आरोप है। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के एडीएम ऑफिस में यह फिल्मी ड्रामा दिन भर चलता रहा। इस मामले में खुद को बुरी तरह से घिरता देख एसडीएम शादी के लिए राजी हुए। जिसके बाद देर रात पडरौना नगर के गायत्री मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से दोनों की बाकायदा शादी कराई गई।
शादी में गवाह के रूप में पडरौना सदर एसडीएम रामकेश यादव और हाटा के एसडीएम प्रमोद तिवारी बने। कुछ दिन पूर्व दिनेश कुमार का हापुड़ जिले में स्थानांतरण हो गया था। वह जॉइन करने हापुड़ चले गये थे। शुक्रवार को जब वो अपना सामान लेने आए तो साथ में रह रही महिला ने उनपर शादी करने का दबाव बनाया। लेकिन एसडीएम इससे मुकर गये तो महिला ने उनकी शिकायत करने का मन बना लिया।
एसडीएम आजमगढ़ जनपद के ग्राम बुढ़नपुर के रहने वाले हैं। उनकी पहली नियुक्ति कुशीनगर जनपद के खड्डा तहसील में उपजिलाधिकारी के पद पर थी। गायत्री मंदिर पडरौना के पुजारी सुरेश मिश्रा ने शादी संपन्न कराई। शादी कराने वाले पंडित सुरेश मिश्रा ने कहा कि यह खड्डा के एसडीएम थे जिनकी शादी अभी हुई है।
इन दोनों में विवाह को लेकर कुछ अनबन थी। डीएम साहब के निर्देश पर शादी कराई गई है।