
कांग्रेस को सिर्फ चुनाव के वक्त आती महिलाओं की याद
सपा गुंडे-माफियाओं की पार्टी, मां-बेटी भी सुरक्षित नहीं
भाजपा ने आरएसएस का संकीर्ण एजेंडा लागू कर किया अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न
बांदा। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में बांदा में आयोजित चुनावी जनसभा में कहा कि प्रदेश में उनकी सरकार बनी तो धार्मिक और राजनीतिक मुकदमे वापस लेंगे। बुंदेलखंड की समस्याओं को हल करवाने के लिये आयोग का गठन करेंगे। आयोग जो सिफारिश करेगा, उसे तत्परता से लागू करेंगे।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि आपने 2007 से लेकर 2022 तक तीनों दल बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी का शासन देखा है। सपा और भाजपा दोनों में सत्ता को पाने होड़ लगी है। रही कांग्रेस तो आजादी के बाद से देश में इसी दल की कई बार लगातार सरकारें बनीं, लेकिन कांग्रेस ने दलितों को सिर्फ लालीपॉप दिया।

महिलाओं की याद कांग्रेस को तब आती है, जब चुनाव आ जाते हैं। कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण ही जनता ने इस पार्टी को सत्ता से बाहर कर दिया। समाजवादी पार्टी से सावधान करते हुए मायावती ने कहा कि इस दल ने सत्ता की मलाई खाने को गुंडा, माफियाओं और अराजक तत्वों को बढ़ावा दिया। विकास तो छोड़िये सपा के शासन में मां-बेटियां सुरक्षित नहीं रह पातीं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर हमलावर होते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि इनके भी शासन में महिलाओं और दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं। अल्पसंख्यक समाज की भी अपेक्षाएं पूरी नहीं हुईं। मुस्लिम वर्ग के साथ ही ब्राह्मण भी भाजपा के शासन में उपेक्षित हैं। भाजपा ने आरएसएस का संकीर्ण एजेंडा लागू कर बहुजन समाज को प्रताड़ित करने का काम किया है। बसपा सुप्रीमो ने अपने शासन की उपलब्धियां गिनाते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि उन्हें बुंदेलखंड से सबसे ज्यादा लगाव रहा है, यह बात आप सभी जानते हैं। इसलिये उन्होंने बुंदेलखंड को अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा सौगातें दीं। हर पोलिंग बूथ पर जिताना है, बीएसपी को सत्ता में लाना है का नारा देते हुए कहा कि उन्हें पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनायें। वादा किया कि वे पुरानी पेंशन को फिर से लागू करेंगी।
कानून व्यवस्था पर कहा कि बुंदेलखंड को उन्होंने अपने शासन में डकैतों से मुक्त कराया था। उनकी सत्ता आई तो माफिया एक बार फिर जेल में होंगे और दलितों व महिलाओं के दिन बहुरेंगे।