बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पकिस्तान की कैद में पहुंचकर चर्चित हुए विंग कमांडर अभिनन्दन सोमवार को पहली बार मिग- 21 विमान उड़ाकर आसमान में पहुंचे। वीर चक्र से सम्मानित अभिनंदन के साथ वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी विमान में थे। वायुसेना प्रमुख भी मिग- 21 के पायलट हैं। उन्होंने करगिल युद्ध के समय 17 स्क्वैड्रन की कमान संभालते हुए विमान उड़ाया था।
#WATCH IAF Chief Air Chief Marshal BS Dhanoa flew a sortie with Wg Cdr Abhinandan Varthaman at Air Force Station Pathankot today in a MiG-21 trainer. It's the last sortie flown by IAF Chief in a fighter aircraft before retirement.They took off around 1130 hrs for a 30 min sortie. pic.twitter.com/retSoI3EVl
— ANI (@ANI) September 2, 2019
पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवानों के शहीद होने के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर की थी। इस दौरान 27 फरवरी को भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों का पीछा करते हुए अभिनंदन एलओसी पार कर गए थे और पाकिस्तानी फाइटर प्लेन F-16 को मार गिराया था। इस दौरान उनका विमान क्रैश हो गया। पैराशूट से नीचे उतरने पर वे पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में पहुंच गए जिसके चलते वह पाक सेना की कैद में पहुंच गए थे। इसके बावजूद उन्होंने भारत का मजबूत सैनिक होने परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना की प्रताड़ना के बाद भी भारतीय सेना से सम्बंधित कोई भी राज नहीं दिया।
#WATCH Pathankot: IAF Chief Air Chief Marshal BS Dhanoa and Wing Commander Abhinandan Varthaman moving towards the MiG-21 before their sortie earlier today. #Punjab pic.twitter.com/Rz9KJVJVWi
— ANI (@ANI) September 2, 2019
बाद में पाकिस्तान ने भारत की कार्रवाई के डर से अभिनंदन को सुरक्षित वापस कर दिया था। भारत लौटने के बाद उनके दोबारा विमान उड़ाने पर सस्पेंस बन गया था। तब एयरफोर्स चीफ धनोआ ने साफ किया था कि मेडिकल फिटनेस के बाद अभिनंदन दोबारा विमान उड़ाएंगे। अभिनंदन वर्तमान को पिछले महीने आईएएफ बेंगलुरु के इंस्टिट्यूट ऑफ ऐरोस्पेस मेडिसिन ने दोबारा उड़ान भरने की मंजूरी दे दी थी। इस मंजूरी से पहले उनकी मेडिकल जांच की गई और वह इस जांच में पूरी तरह पास हो गए। इस तरह विंग कमांडर अभिनंदन ने फरवरी में पाकिस्तान की हिरासत से छूटने के बाद सोमवार को पहली बार युद्धक विमान उड़ाया। वीर चक्र से सम्मानित अभिनंदन के साथ वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी विमान में थे।