महिला ने दिया अजीबोगरीब प्लास्टिक के बच्चे को जन्म, बना कोतूहल का विषय

भास्कर समाचार सेवा

उदी/इटावा। बढ़पुरा विकास खंड क्षेत्र के ग्राम रमी का बर में एक महिला ने घर पर एक अजीबोगरीब प्लास्टिक के बच्चे को जन्म दिया। डिलीवरी के दौरान जन्में अजीबो गरीब बच्चे और मां को लेकर जब परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य उदी पर पहुंचे तो डॉक्टर ने डिलीवरी का मामला फर्जी बताते हुए महिला के पास मृत बच्चे को एक प्लास्टिक के खिलौने बाली गुडिया बताया। डॉक्टर के द्वारा मामला फर्जी बताते ही महिला सहित परिजन कथित बच्चे को स्वास्थ्य केंद्र पर छोड़कर फरार हो गए।
जानकारी के मुताबिक उक्त ग्राम निवासी सीमा देवी 38 वर्ष पत्नी सत्येंद्र कुमार की शादी को 18 वर्ष बाद बच्चे को जन्म देने की सूचना आज बुधवार प्रातः महिला की सास उषा देवी पत्नी तेज सिंह द्वारा ग्राम की ही निवासी आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री को दी गयी। जब आशा ने अजीबोगरीब बच्चे को देखकर शंका व्यक्त किये जाने के बाद भी महिला को उपरोक्त उदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने की सलाह दी गयी। जिस पर सास,ससुर आदि स्वजन जन्में मृत बच्चे व बच्चे की मां सीमा को निजी वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गए। उक्त स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर हर्षित जैन एवं स्टाफ नर्स प्रिंसी यादव द्वारा बच्चे को देखा तो वह अचंभित हो गए। वह नवजात शिशु का शव ना होकर मात्र एक प्लास्टिक का खिलौना था। डॉक्टर द्वारा जब प्रेग्नेंसी से संबंधित अन्य कागजात व एक्सरे आदि चेक किये तो वह भी फर्जी निकले। पाया कि महिला प्रेग्नेंट थी ही नहीं बल्कि वह तो पेट में होने बाले इंफेक्शन आदि का इलाज कराती आ रही थी। डॉक्टर द्वारा जब महिला से फर्जी डिलीवरी व बच्चे की कहानी बनाने का कारण जानने का प्रयास किया गया तो महिला कथित नवजात बच्चे (प्लास्टिक के खिलौने) को स्वास्थ्य केंद्र पर छोड़कर अपने परिजनों के साथ फरार हो गयी। उपरोक्त मामले को देखकर स्वास्थ्य केंद्र का स्टाफ भी हैरान परेशान दिखा तो वहीं कथित नवजात शिशु का शव कौतूहल बना हुआ था।

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