जाफराबाद में सीएए के विरोध में महिलाओं का प्रदर्शन, बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल तैनात-देखे VIDEO

– प्रदर्शन के चलते मेट्रो स्टेशन की नीचे से आने-जाने वाली सड़क बंद
– सीएए के विरोध में रविवार को कई इलाकों की सड़कें बंद की गईं

नई दिल्ली । नागारिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में शाहीन बाग की तरह जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे भी शनिवार की रात से शुरू किया गया विरोध प्रदर्शन रविवार को छुट्टी का दिन होने के चलते बढ़ गया है। यहां बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष और बच्चे मेट्रो स्टेशन के नीचे बैठकर सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदर्शन के चलते मेट्रो स्टेशन की नीचे से आने-जाने वाली सड़क बंद हो गई है। इसलिए वहां से गुजरने वाले आम नागारिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है।

जाफराबाद की तरफ दिल्ली के अन्य इलाकों के लोग सीएए के विरोध में रविवार को सड़कों पर उतर आए हैं। नूर के हलाही में महिलाओं ने घोंडा से यमुना विहार की तरफ जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया है। चांद बाग के पास खजूरी से नंद नगरी की तरफ जाने वाला मार्ग वजीराबाद को भी प्रदर्शनकारियों ने बंद कर दिया है। खुरेजी की मुस्लिम महिलाओं ने पटपड़गंज में भी एक मार्ग को अवरोध कर दिया है। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने सीएए के विरोध में मुस्तफाबाद में भी एक रोड को बंद कर दिया है। भजनपुरा का चांद बाग रोड भी प्रदर्शनकारियों ने बंद कर दिया है।

शाहीन बाग की तरह पर जाफराबाद में भी मुस्लिम महिलाएं और पुरुष काफी दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन शनिवार की रात से यह सभी प्रदर्शनकारी मेट्रो स्टेशन के नीचे मुख्य मार्ग में डेरा जमा लिया है। इनके प्रदर्शन के चलते मेट्रो स्टेशन के नीचे वाला मुख्य मार्ग बंद हो चुका है। हालांकि दूसरी तरफ से सड़क खुली हुई है जहां से आवागमन हो रहा है। मार्ग बंद होने की वजह से आम जनता में भी नाराजगी दिखाई दे रही है। प्रदर्शन में शामिल महिलाओं की मांग है कि जब तक केंद्र सरकार सीएए को वापस नहीं ले लेती, तब तक इस मार्ग पर अपना विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे। प्रदर्शन के सुरक्षा के मद्देनजर जाफराबाद में पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां की भी तैनात कर दी गई हैं।

इस धरना प्रदर्शन को कोई एक महिला या कोई एक संगठन लीड नहीं कर रहा है। कुछ प्रदर्शनकारियों ने बात करने पर बताया कि उनका उद्देश्य सड़क को बंद करके शाहीन बाग की तरह धरना देना है। प्रदर्शन में शामिल महिलाएं अपने-अपने हाथों में तिरंगा लिए हुए हैं और आजादी के नारे लगा रही हैं। मेट्रो स्टेशन की सड़क पर चारों ओर प्रदर्शनकारी ही प्रदर्शनकारी नजर आ रहे हैं। पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों से बात करके उनको यहां से हटाने की कोशिश भी की लेकिन प्रदर्शनकारी यहां से हटने के लिए जारी नहीं हो रहे हैं। वहां शामिल एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा कि यह प्रदर्शन सीएए, एनआरसी के विरोध में और दलितों के आरक्षण के मांग के के लिए है। जब तक केंद्र सरकार इस दमनकारी कानून को वापस नहीं ले लेती, हम इसी प्रकार से प्रदर्शन करते रहेंगे। एक अन्य महिला बेगम शेख ने कहा कि जब तक सीएए को निरस्त नहीं किया जाता, तब तक प्रदर्शनकारी अपना प्रदर्शन वापस नहीं लेंगे।

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