उन्नाव।सदर कोतवाली क्षेत्र के मगरवारा चौकी क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित हो रही फैक्ट्री में बिजली का करेंट लगने से श्रमिककी मौत हो गई । जानकारी के मुताबिक गंगा कलर एजेंसी टी.वी. टावर अकरमपुर में स्थित है। जिस के संचालक कमलेश श्रीवास है। जहां रमेश चंद्र पुत्र दयाराम पूरन नगर उन्नाव निवासी सिंदूर फैक्ट्री में कार्यरत है। जो कि सोमवार को अपने घर से फैक्ट्री काम पर आया था। जहां करीब 11 रमेश चंद कों कंपनी के अंदर फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही के चलते करंट लग लग गया। और फिर फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा रमेश चंद्र को शुभी हॉस्पिटल उन्नाव ले जाया गया। और वहां से फिर जिला अस्पताल लाया गया।
जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं परिजनों ने बताया की फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा बरती गई, घोर लापरवाही के चलते रमेश चंद्र की जान गई है। वहीं मृतक की पत्नी ने बताया कि मुझे फैक्ट्री से फोन आया कि तुम्हारे पति गिर गए हैं। और शुभी हॉस्पिटल में भर्ती है। पर जब मैं शुभी हॉस्पिटल पहुँची तो मुझे वहाँ कोई नही मिला। फिर परिजनों ने जब फोन किया तो फैक्ट्री मालिकान द्वारा बताया गया। कि मैं जिला अस्पताल ले आया हूँ। जब पत्नी जिला अस्पताल पहुँची, तो पति रमेश चंद्र को मृत अवस्था में पाया। यह देख लोगों में हड़कंप मच गया। और वहां फैक्ट्री मालिकान चोरी चुपके भाग निकला। जिसके उपरांत परिजन वहां से फैक्ट्री पहुंच हंगामा काट दिया। जिस पर मौके पर पुलिस पहुंच गई। वही मौके की स्थित देख पूरी घटना में फैक्ट्री मालिकान की घोर लापरवाही नजर आ रही है। फैक्ट्री में बिजली के कटे-फटे, अस्त-व्यस्त हालत में तार लटक रहे थे। वही मृत रमेश चंद्र के हाथ पैर पर जले के निशान भी पाए गए। जिससे पत्नी द्वारा फैक्ट्री प्रबंधन पर लगाए गए आरोप सत्य प्रतीत हो रहे हैं। वहीं मृतक की पत्नी, पुत्र व दो पुत्री हैं। जिसमें से एक पुत्री की शादी हो चुकी है। वहीं पुत्र व पुत्री नाबालिक हैं।
वहीपूरी घटना पर फैक्ट्री मालिकान कमलेश श्रीवास से बात की गई तो उन्होंने बताया की करंट नहीं लगा है। और मेरी फैक्ट्री के में बिजली का कोई कार्य नहीं है। मगर मौके की स्थिति देख या प्रतीत हुआ। कि बिजली के तार खुले अस्त-व्यस्त अवस्था में पड़े हैं। जिसे तत्काल फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा पन्नी द्वारा तार को ढका गया था।फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही के चलते रमेश चंद की फैक्ट्री में करंट लगने से हुई मौत मौके पर सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार फैक्ट्री सरदार के नाम है।सरदार से जब नाम पूछा गया तो उन्होंने नाम नही बताया। और उसे कमलेश श्रीवास ने किराया पर ले रखा। वही सरदार जो कि फैक्ट्री में ही आगे बने कमरों में अपने परिवार के साथ रहते है। वही मिली के अनुसार बिजली विभाग की भी बड़ी लापरवाही सामने नजर आई कि जहाँ घरेलू कनेक्शन से फैक्ट्री संचालित हो रही है।