
मैनपुरी। ज्ञात है कि 8 मार्च को प्रतिवर्ष विश्व महिला दिवस मनाया जाता है। नारी शक्ति का भी समाज एवं देश के उत्थान में एक विशेष महत्वपूर्ण योगदान है। जब जब समाज पर कोई भी संकट आया है तब तब नारी शक्ति ने ही देवी दुर्गा शक्ति का रुप धारण कर समाज को सुरक्षा एवं संरक्षा प्रदान की है।
विद्यालय में नारी शक्ति से अवगत कराते हुये छात्राओं एवं अध्यापिकाओं ने विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किये। ज्ञान विज्ञान की देवी मां सरस्वती के पूजन एवं वंदन करते हुये दैवीय नारी शक्ति का निमंत्रण किया गया तथा छात्राओं ने अपनी मधुर वाणी में मां वीणा वादिनी की डा0 कुसुम मोहन के निर्देशन में पूर्ण भक्ति भाव से सरस्वती वंदना की।

तत्पश्चात प्रार्थना स्थल पर वरिष्ठ प्रधानाचार्य महोदय ने सभी छात्राओं को महिलाओं के महत्व एवं शक्ति से परिचित काराते हुये कहा कि आज के युग में नारियां देशोत्थान के प्रत्येक क्षेत्र में येागदान दे रहीं हैं।
उन्होने छात्राओं को संबोधित करते हुये कहा कि वह अपने आप की शक्ति को जानेें वो अबला नहीं हैं वास्तव में सबला हैं। रानी लक्ष्मीबाई ने यह सिद्ध कर दिया था कि भारतीय नारी शक्ति साहस में किसी से भी पीछे नहीं है। परिश्रम करने में वह सदैव अग्रणी रही है। आधुनिक काल में भी पुलिस सेना के साथ साथ नारियां बड़े बड़े लड़ाकू विमान भी उड़ाकर दुनिया को अपनी शक्ति एवं कौशल से परिचित करा रहीं हैं।

विद्यालय की एनसीसी कैडिट की छात्राओं ने भी अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर नारी शक्ति का परिचय दिया। छात्रा कीर्ति गुप्ता ने ताइक्वान्डों में विशेष महारत प्राप्त की है। उन्होने अन्य छात्राओं को भी अपनी इस कला से परिचित कर बताया कि वह सब किसी भी आपात स्थिति में भी साहस एवं बल पूर्वक किसा का भी मुकाबला कर स्वयं की तथा दूसरों की भी सुरक्षा करने में पूर्णतया सक्षम हैं।
विद्यालय की प्रशासनिक प्रधानाचार्य डा0 कुसुम मोहन ने बताया कि आज बेटियां देश के हर क्षेत्र में अपना योगदान देकर समाज को एक नई दिशा प्रदान कर रहीं हैं। पुरातन काल से ही महिलाओं का समाजोत्थान में पूर्ण सहयोग रहा है। सीता, सावित्री, अपाला घोषा एवं गार्गी ऐसी नारी शक्ति थीं जिनके ज्ञान विज्ञान की चर्चा सर्वत्र प्रकाशित है। आप सब के अन्तःकरण में भी वही शक्ति विद्यमान है। बस आवश्यकता है स्वयं को पहचानने की। जिस दिन आप स्वयं को पहचान जायेंगे उस दिन दुनिया की कोई भी दुराचारी शक्ति आपका मुकाबला नहीं कर सकती।
इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्य जय शंकर तिवारी, कैम्पस कोआर्डीनेटर अल्का दुबे, ज्योति चैधरी, पूजा दुबे, प्रिया दुबे, मीनू मिश्रा, मंजू मिश्रा, ममता चैहान, भूपिका सिंह सहित छात्र छात्रायें उपस्थिति रहे।










