गोरखपुर। यूपी विधानसभा चुनाव के तूफान के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर में दलित के घर खाना खाया। सीएम योगी यहां पार्टी कार्यकर्ता अमृत लाल भारती के घर पहुंचे और उनके घर पर मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाई। चुनाव से पहले दलित के घर खाना खाकर उन्होंने सामाजिक समरसता का संदेश भी दिया।योगी आदित्यनाथ शुक्रवार दोपहर अमृतलाल भारती के घर पहुंचे और यहां पर उन्होंने दलित कार्यकर्ता के साथ चटाई पर बैठकर पत्तल में खिचड़ी खाई। सीएम योगी का यहां बेहद सादगी भरा अंदाज दिखाई दिया। वो हाथों से खिचड़ी खाते हुए नजर आए। सीएम योगी ने इसके लिए भारती का धन्यवाद भी कहा। उन्होंने कहा कि “मैं भारती जोकि दलित समुदाय से आते हैं उन्हें धन्यवाद कहना चाहता है कि उन्होंने मुझे मकर संक्रांति पर खिचड़ी सहभोज के लिए अपने घर पर आमंत्रित किया।यूपी बीजेपी में पिछले कुछ दिनों में कई ओबीसी समुदाय के नेताओं ने इस्तीफा दिया है।
इन सभी ने बीजेपी पर दलितों और पिछड़ों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया। जिसके बाद पार्टी डैमेज कंट्रोल की रणनीति पर काम कर रही हैं। योगी आदित्यनाथ की इस कोशिश को इसी से जोड़ कर देखा जा सकता है। जब पिछड़ों की अनदेखी का आरोप लगाने वाले नेता समाजवादी पार्टी के दफ्तर में जुट रहे थे। ठीक उसी वक्त योगी आदित्यनाथ ने दलित कार्यकर्ता के साथ खाना खाकर सामाजिक समरसता का संदेश देने की कोशिश की।शुक्रवार सुबह से नगर निगम के कर्मचारी मानबेला की पीरू शहीद दलित बस्ती को चमकाने में जुटे हुए थे। दोपहर 12 बजते बजते बस्ती पूरी तरह स्वच्छ दिखने लगी। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर मुहल्ले के लोगों के उत्साह का ठिकाना न रहा। लोग अपने-अपने घर की छतों पर चढ़कर मुख्यमंत्री को देखने के लिए उतावले नजर आए। दोपहर करीब 12:30 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दलित अमृत लाल के घर पहुंचे। कार्यक्रम पूर्व निर्धारित होने के कारण अमृत लाल के घर पर खिचड़ी, दही, सब्जी, पापड़ बना हुआ था।मुख्यमंत्री ने अमृत लाल के घर खिचड़ी खाकर सामाजिक समरसता का संदेश दिया। बता दें दलित के घर खिचड़ी खाने की परंपरा करीब 40 वर्ष पुरानी है। मुख्यमंत्री पूर्व में भी इस परंपरा का निर्वहन करते रहे हैं। उनसे पूर्व में ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ इस परंपरा का निर्वहन करते रहे हैं। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर अमृत लाल का परिवार सुबह से उत्साहित था। उनके घर में सुबह से तैयारी की जा रही थी। अमृत लाल भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं। उनका परिवार करीब 30 वर्षों से गोरखनाथ मंदिर से जुड़ा हुआ है।