मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गोरखपुर में अपना पर्चा भरेंगे। पांच बार से सांसद योगी पहली बार गोरखपुर में शहर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर 33 सालों से भाजपा का कब्जा है। योगी के नामांकन में शामिल होने के लिए गृह मंत्री अमित शाह गोरखपुर पहुंच चुके हैं। यह पहली बार है, जब शाह किसी के नामांकन में शामिल हो रहे हैं।
अमित शाह का योगी आदित्यनाथ ने एयरपोर्ट पर स्वागत किया। इसके बाद अमित शाह और योगी सीधे महाराणा प्रताप कॉलेज पहुंचे। यहां आयोजित जनसभा में अमित शाह ने कहा, ‘आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में फिर से एक बार भाजपा इतिहास दोहराने जा रही है। 2014, 2017 और 2019 तीनों चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने पीएम मोदी के नेतृत्व में यूपी के विकास का रास्ता तैयार कर प्रचंड बहुमत दिया है। आज हम योगी का पर्चा भरवाने आए हैं। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है’।
और क्या बोले शाह?
- उत्तर प्रदेश की महान जनता ने 2017 के विधानसभा चुनाव में भी 300 से अधिक सीटों के साथ हमें बहुमत दिया। फिर भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया।
- 2 साल तक योगी जी ने यहां सुशासन की नींव डालने का काम किया, उसको देखते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव में सारे विपक्षी दलों ने एकत्र होकर महागठबंधन बनाया।
- गोरखपुर में जापानी बुखार से सैकड़ों बच्चे मरते थे। 2014 के चुनाव में मैंने यहां प्रेस कान्फ्रेंस किया तो योगी ने सटीक जवाब दिया था। आज 90 फीसदी केस कम हो गए हैं।
- नरेंद्र मोदी भी उत्तर प्रदेश से ही सांसद बनकर गए हैं। वह हमेशा कहते हैं कि जब तक उत्तर प्रदेश का विकास नहीं होता, देश का विकास असंभव है। पीएम मोदी हमेशा गरीब, पिछड़े, दलित, आदिवासी इनके उत्थान के लिए लगे रहे हैं।
बड़े चेहरों में ये शामिल
बड़े चेहरों में यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संजय निषाद, सांसद रवि किशन मौजूद हैं। नामांकन के जरिए पूर्वांचल में बड़ा सियासी शो दिखाने की कोशिश हो रही है।
योगी बोले- बिना भेदभाव आस्था का सम्मान, सुरक्षा की गारंटी
2019 के चुनाव में देश ओर दुनिया के तमाम राजनीतिक विश्लेषक मानते थे कि भाजपा का यूपी में क्या होगा? तब भी अमित शाह कहते थे कि 64-65 से कम नहीं जीतेगी। भाजपा ने यहां 64 सीट जीतकर गठबंधन को फेल कर दिया था। हमने बिना किसी भेदभाव के विकास की परियोजनाओं को आगे बढ़ाया है।
यह डबल इंजन के सरकार की बदौलत हो पाया है। नतीजा कोई भी व्यक्ति नकारात्मक टिप्पणी नहीं कर सकता। राजनीतिक टिप्पणी अलग बात है। 5 सालों के भीतर सरकार और संगठन ने बिना भेदभाव हर किसी की आस्था का सम्मान किया, और सुरक्षा की गारंटी दी है।
नामांकन से पहले योगी ने की साधना
नामांकन से पहले सीएम योगी ने गोरक्षनाथ मंदिर में हवन-पूजन कर अर्चना की। रुद्राभिषेक कर भगवान शिव से जीत की कामना की। इसके अलावा योगी ने अपने गुरु महंत अवेधनाथ का भी आशीर्वाद लिया। BJP के प्रदेश पदाधिकारियों ने गोरखपुर में डेरा डाल लिया है। गृह मंत्री अमित शाह का डोर-टु-डोर कैंपेन भी होगा। हालांकि मौसम खराब होने से कैंपेन के टलने की संभावना है। पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी पहुंच रहे हैं।
प्रस्तावकों में दिखी सोशल इंजीनियरिंग
योगी के चार प्रस्तावकों में सोशल इंजीनियरिंग देखने को मिली है। चार प्रस्तावकों में दलित, ब्राह्मण, कायस्थ और वैश्य समाज के लोग हैं।
- विश्वनाथ-रैदास मंदिर के अध्यक्ष
- मयंकेश्वर पांडेय-मशहूर शिक्षाविद
- डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव- पेशे से डॉक्टर
- सुरेंद्र अग्रवाल- व्यापारी
1000 प्रतिनिधि जनसभा में होंगे शामिल
महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में शहर के विभिन्न वर्गों के चुने हुए 1000 प्रतिनिधि चुनाव आयोग के निर्देशों का अनुपालन करते हुए जनसभा में शामिल होंगे। इन एक हजार लोगों में शिक्षाविद, चिकित्सक, सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमी, व्यापारी, अधिवक्ता समेत विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं प्रतिनिधि एवं जन प्रतिनिधि होंगे। इस चुनावी जनसभा का प्रसारण सोशल मीडिया पर भी किया जाएगा। जनसभा में शामिल होने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह शुक्रवार की सुबह सीधे जनसभा स्थल पर ही पहुंचेंगे।
डोर- टु- डोर कैंपेनिंग भी कर सकते हैं अमित शाह
वहीं, संभावना है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ का नामांकन कराने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ घर-घर जनसंपर्क कर मतदान की भाजपा के समर्थन में मतदान की अपील कर सकते हैं।
मतदाता जागरूकता एवं प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित करेंगे योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर क्लब में 3 बजे से 4 बजे तक मतदाता जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसी दिन शाम 4 बजे गोरखपुर क्लब में ही प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ पांच फरवरी को घर-घर जनसंपर्क करेंगे। मोहद्दीपुर गुरुद्वारा में सुबह 9 से 10 बजे तक वे सिख समाज के लोगों से मुलाकात करेंगे।
सदर सीट पर 33 सालों से BJP का कब्जा
गोरखपुर सदर सीट पर 33 सालों से भाजपा का कब्जा है। 1989 से अब तक यहां भाजता जीतती आ रही है। 2017 के चुनाव में राणा मोहन दास अग्रवाल ने जीत हासिल की थी। अग्रवाल 2002 में पहली बार जीत दर्ज कराई थी, तब वो अखिल भारतीय हिंदू महासभा से कैंडिडेट थे। अग्रवाल से पहले शिव प्रताप शुक्ला 1089 से 1996 तक इस सीट से विधायक रहे। इनके अलावा चार बार कांग्रेस, दो बार जनसंघ और एक बार जनता पार्टी ने चुनाव यहां जीता है।