
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाश सरकार ने दावा किया है कि अब प्रदेशवासियों को समय से चिकित्सीय सेवाएं मिल रही हैं। पिछली सरकारों में चिकित्सा के क्षेत्र में हाशिए पर रहे जनपदों को कम समय में पहली पंक्ति में लाकर खड़ा करने का काम योगी सरकार ने किया है। यूपी की योगी सरकार अब प्रदेश के 12 जिलों के कैंसर मरीजों को योगी सरकार बड़ी राहत देने जा रही है। योगी इन 12 जिलों में कैंसर सहायता केंद्र खोलने जा रही है। सरकार का दावा है कि बूस्टर डोज से यूपी सेहतमंद हुआ है। प्रदेश में अब 59 मेडिकल कालेज के साथ ही यूपी ने चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में उड़ान भरी है।
16 जिलों के मिलेंगे मेडिकल कॉलेज
वन डिस्ट्रिक वन मेडिकल कॉलेज की नीति पर काम कर रही प्रदेश सरकार ने यूपी में 59 जनपदों में न्यूनतम एक मेडिकल कॉलेज क्रियाशील करने का काम किया है। वहीं मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के साथ पीपीपी मॉडल पर 16 जिलों को मेडिकल कॉलेज की सौगात देने का बड़ा फैसला भी किया है। इतना ही नहीं अब प्रदेश में दूसरे जिलों के कैंसर मरीजों को लखनऊ के चक्कर नहीं लगाने होंगे। कैंसर मरीजों को उनके ही जिले में कैंसर की जांच से जरूरी सलाह व उपचार भी मिलेगा।
प्रदेश के 12 जिलों में खुलेंगे कैंसर सहायता केंद्र
लखनऊ का केजीएमयू प्रदेश के 12 शहरों में कैंसर मरीजों के लिए सहायता केंद्र (पेरिफेरल सेंटर) स्थापित कर रहा है। इसमें से गोरखपुर वाराणसी, अयोध्या कन्नौज, सैफई, प्रयागराज में केंद्र बन गए हैं। यह जानकारी केजीएमयू के रेडियोथेरेपी विभाग की डॉ कीर्ति श्रीवास्तव ने दी इन केंद्रों के डॉक्टरों को विश्व कैंसर दिवस पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इन जिलों में भी बनेंगे सहायता केंद्र
इसके अलावा सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली गोंडा बहराइच प्रतापगढ़ आदि 12 जिले हैं। यहां पर भी केंद्र बनेंगे। ये सभी पेरिफरल सेंटर केजीएमयू के रेडियोथेरेपी विभाग द्वारा संचालित होंगे इन केंद्रों पर आने वाले मरीजों की पहले स्क्रीनिंग होगी। पुष्टि के बाद उस जिले के मेडिकल कालेज या जिला अस्पताल में ऑपरेशन या सिकाई होगी। यदि वहां उपचार सम्भव नहीं है तो मरीज को लखनऊ बुलाया जायेगा।