आज कल योगा बहुत आम है सभी जानते है और करते भी है बहुत ही कम लोग जल योग के बारे में जानते होंगे दरअसल लखनऊ की रहने वाली 56 साल की रोमा हेमवानी जल योग करती हैं जिससे वह अपने आपको स्वस्थ रखती है खास बात यह है कि इस योग के दौरान वह अपनी सांसों को रोके रखती हैं. जोकि अपने आप में बहुत अलग है हालांकि उन्होंने इसकी पूरी तरह से ट्रेनिंग ले रखी है.
साथ ही रोमा ने बताया की भारतीय संस्कृति और सभ्यता योग की संस्कृति है इसलिए मेरे मन यह विचार आया की स्वतंत्रता दिवस के दिन पर योग की विद्या से हम लोगो रूबरू कराए जो हज़ारो वर्षो से ऋषियों और मुनियों के साथ थी जो की अब विलुप्त हो चुकी है आज के दौर में हर चीज़ का व्यवसायी करण हो रहा है वही अब हम लोग योग को योग नहीं कहते है अब योगा कहते क्योकि योगा कहने से हम ज्यादा मॉडर्न लगते है तो योगा प्रचलन में आ गया है देखा जाये तो योगा जुड़ गया फिजिकल एक्सरसाइज से जबकि योगा नहीं है योग है योग पूरा दर्शन है और जब हम इस दर्शन में जाते है तो व्यपक्ता को अनुभव करते है और हम चाहते है की यह दर्शन बच्चो तक पहुँचे
साथ ही अगर हम बात करे आज के युवा की तो आज का युवा जल योग के बारे में नहीं जानता है आज कल हाइड्रो थैरपी का फैशन चला है हाइड्रो थैरपी हम मानते है की फॉरेन से आयी है जबकि हमारे यंहा जल योग का प्रयोग हमेशा से होता रहा है जल के द्वारा हमारी चिकित्सा होती रही है लेकिन हम अपनी जड़ो को भूल गए है मेरा ये प्रयास की हम जल योग को समझे और उसके फायदे जाने और प्रकृति चिकित्सा को जाने और आज कल के बच्चे अगर जल योग करते है तो उनके लिए बहुत फायदेमंद है साथ ही अगर हमे सभी का सपोर्ट मिलता तो हम 1000 बच्चों को फ्री में जल योग की शिक्षा दूंगी।