
- किराये पर बुलाई नाबालिग, पॉक्सो के फर्जी मामले में फंसाया
- उगाही के बाद अदालत में बयान देने नहीं पहुंची कथित पीड़िता
- रवि के इंकलाब के बाद पीड़ित व्यापारी ने एफआईआर लिखाई
- एसआईटी के पास 54 शिकायतों में आठ अखिलेश के खिलाफ
भास्कर ब्यूरो
कानपुर। जमीन हड़पने और उगाही के लिए फर्जी आरोपों के जरिए इज्जत नीलाम करने से कोई परहेज नहीं था। मुफ्त की बदनामी के कारण किसी वक्त मौत का दामन थामने के लिए तैयार रवि सतीजा जैसा एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि, अखिलेश दुबे सिंडिकेट ने अपने पड़ोसी होटल कारोबारी को नाबालिग के जरिए घिनौना आरोप लगाकर पॉक्सो में फंसाया, इसके बाद मामला सुलटाने के एवज में छह करोड़ की रंगदारी मांगी। व्यापारी ने इंकार किया तो अपशब्दों की मूसलाधार के साथ मौत के हवाले करने का खौफ दिखाकर इस कदर भयभीय कर दिया कि, हार्ट-अटैक से जिंदगी पर पूर्ण-विराम लगने की नौबत आ गई थी। सिंडिकेट के कुछ गुर्गों ने बिचौलियों की भूमिका निभाई और तीन करोड़ में डील फाइनल हुई। दावा है कि, इसके बाद आठ महीने में सात किस्तों में अखिलेश दुबे ने होटल व्यापारी से ढाई करोड़ वसूल लिये। गुरुवार को व्यापारी की शिकायत पर किदवईनगर थाने में अखिलेश दुबे तथा करीबी सहयोगी लवी मिश्रा के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है।
ढाई साल पहले शिकार बनाया, खाना-पीना मुफ्त
सोना मेंशन होटल के मालिक रवि सतीजा को वर्ष 2022 में बदनाम बस्ती की पेशेवर नाबालिग के जरिए पॉक्सो में फंसाने के बाद अखिलेश दुबे सिंडिकेट को इज्जत उछालकर कमाई करने का चस्का लगा तो अगला शिकार एक पड़ोसी को बना लिया। आरोप है कि, होटल कारोबारी को ढाई साल पहले नाबालिग के जरिए पॉक्सो में फंसाया, इसके बाद होटल में हिस्सेदार बनाने की शर्त के साथ मामला सुलटाने के लिए छह करोड़ रुपए बतौर रंगदारी मांगी। व्यापारी ने इंकार किया तो उसके साथ गुर्गों ने गाली-गलौच करने के साथ जान से मारने के लिए धमकाया। इज्जत की खातिर व्यापारी साकेत नगर दरबार में हाजिर हुआ और तीन करोड़ रुपए में डील फाइनल हुई। इसके बाद कथित पीड़ित लड़की 164 का बयान देने नहीं पहुंची और पुलिस की तमाम खोजबीन में लापता मिली। ऐसे में अखिलेश के इशारे पर मामले में एफआर लगाई गई, लेकिन तबतक दो किस्तों में एक करोड़ वसूल लिये गये थे। व्यापारी ने तत्काल रकम अदा करने में मजबूरी जताई तो पड़ोस में स्थित उसके होटल में मुफ्त में खाना-पीना-ठहरना तय हुआ और सात महीन की अलग-अलग किस्तों में डेढ़ करोड़ और वसूले गए।
तौबा करने पर धमकाया तो कार्डियोलॉजी पहुंचा
ढाई करोड़ रंगदारी देने के बाद व्यापारी ने मुफ्त की मंदाकिनी में डुबकी लगवाने से तौबा करना चाहा तो उसे इस कदर धमकाया गया कि हार्ट-अटैक के कारण कार्डियोल़ॉजी में भर्ती होना पड़ा। इस घटना के बाद अखिलेश दुबे के सिंडिकेट ने होटल व्यापारी से उगाही पर विराम लगाया था। रवि सतीजा के इंकलाब का धमाकेदार नतीजा देखकर उत्साहित होटल व्यापारी गुरुवार को हृदयरोग संस्थान से कुछ देर की छुट्टी लेकर किदवईनगर थाने पहुंचा और अखिलेश दुबे तथा लवी मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। दक्षिण पुलिस उपायुक्त दीपेंद्रनाथ चौधरी ने बताया कि, रिपोर्ट लिखी गई है, जल्द ही आरोपियों का रिमांड लिया जाएगा।