अभी पिक्चर बाकी है…पूर्व आर्मी चीफ नरवणे के ट्वीट से हिला पाकिस्तान, अगला कदम हो सकता है और भी बड़ा…
Dainik Bhaskar
Operation Sindoor: भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में किए गए साहसिक और रणनीतिक सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पूर्व आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने एक रहस्यमयी लेकिन सशक्त संदेश दिया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘अभी पिक्चर बाकी है…’. यह पोस्ट भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर किए गए मिसाइल हमलों के कुछ ही घंटों बाद सामने आई, जिससे देश में राजनीतिक और सैन्य हलकों में हलचल मच गई.
जनरल नरवणे का यह कथन साफ संकेत देता है कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य क्षमता का सिर्फ एक झलक है. यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नरसंहार का मुंहतोड़ जवाब देते हुए आतंकवाद के गढ़ माने जाने वाले नौ प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाया.
भारतीय सेना ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के उन ठिकानों को निशाना बनाया जिन्हें पाकिस्तान और PoK में आतंक का केंद्र माना जाता था. ऑपरेशन को अंधेरी रात में अंजाम दिया गया, जिसमें भारतीय वायुसेना ने सटीक मिसाइल हमले कर इन ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. यह कार्रवाई पूरी तरह सटीक, संयमित और पूर्व नियोजित थी.
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
भारत की ओर से जारी प्रेस ब्रीफिंग में विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर भारत के आत्मरक्षा, पूर्व-निरोध और जवाबी कार्रवाई के अधिकार का प्रतीक है.” उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन पूरी तरह मापी गई, गैर-उत्तेजक, अनुपातिक और जिम्मेदार प्रतिक्रिया थी, जिसका मकसद सीमा पार आतंकी गतिविधियों के ढांचे को खत्म करना और भारत में घुसपैठ की साजिश को नाकाम करना था.
पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को नहीं बनाया गया निशाना
रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक X हैंडल से एक पोस्ट में स्पष्ट किया गया कि “किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया.” यह भारत के सोच-समझकर उठाए गए कदम और संघर्ष को न बढ़ाने की नीति को दर्शाता है. यह कार्रवाई सिर्फ आतंकियों को जवाबदेह ठहराने और सीमाओं पर शांति बनाए रखने के भारत के संकल्प को दर्शाती है.
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत की इस आतंकवाद विरोधी कार्रवाई को युद्ध छेड़ने जैसा बताया और कहा कि इसका जवाब दिया जाएगा. हालांकि भारत की ओर से साफ किया गया है कि यह कार्रवाई सिर्फ आतंकवाद के विरुद्ध थी, न कि पाकिस्तान की सेना या आम नागरिकों के खिलाफ.