झारखंड की राजधानी राँची से ‘लव जिहाद’ का मामला सामने आया है। आरोपित ने आदिवासी युवती को शादी का झाँसा देकर 2 साल तक उसका यौन शोषण किया और फिर इस्लाम में धर्मांतरण के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया।
इस घटना को लेकर गोंदा थाने में FIR दर्ज की गई है। काँके रोड निवासी एक युवती ने रेप का आरोप दर्ज कराया है। आरोपित केशर आलम उर्फ़ केशु गुलजार नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित इटकी का निवासी है।
पीड़िता एक शोरूम में सहायक के रूप में काम करती है। उसने अपनी शिकायत में बताया है कि वो कोकर में एक सहेली के यहाँ रहती थी। केशर आलम उर्फ़ केशु वहाँ अक्सर आया-जाया करता था। वहीं पर उन दोनों की मुलाकात हुई, जो दोस्ती में बदल गई।
पीड़िता ने बताया कि क्रिसमस 2018 (दिसंबर 25) के दिन वो घर में अकेली थी, इस दौरान केशर आलम वहाँ पर आ धमका और उसने चाय की फरमाइश की।
आरोप है कि इसके बाद उसने चाय में कुछ नशीला पदार्थ मिलाया और आदिवासी समाज से आने वाली युवती साथ बलात्कार किया। जब पीड़िता ने उसके इस कृत्य का विरोध किया तो आरोपित शादी का झाँसा देता रहा।
अब उसने शादी से इनकार कर दिया और कहा कि जब युवती धर्मांतरण के बाद इस्लाम अपनाएगी, तभी वो उससे निकाह करेगा। पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरू कर दी है। आरोपित अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है।
झारखंड ईसाई धर्मांतरण की समस्या से भी जूझ रहा है। विश्व हिंदू परिषद् ने कहा है कि झारखंड के मुख्यमंत्री का कहना कि आदिवासी हिंदू नहीं थे और नहीं रहेंगे, गैर जिम्मेदाराना बयान है। ऐसे बयान से झारखंड में मतांतरण को बढ़ावा मिलेगा और किसी राजनीतिक नेतृत्व को ऐसा बयान देने से बचना चाहिए। विहिप ने आश्वासन दिया कि वो झारखंड सहित पूरे देश में चल रहे मतांतरण को रोकने के लिए प्रयास करेगी।
खबर साभार : opindia