नई दिल्ली। बॉलीवुड की क्वीन कहे जाने वाली कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्म इमरजेंसी का फैंस लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच एक्ट्रेस के लिए बुरी खबर सामने आई है। उनकी फिल्म को पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में बैन कर दिया गया है। बांग्लादेशी सरकार के इस फैसले के बाद मनोरंजन के साथ सियासी जगत में भी उथल-पुथल मच गई है। फिल्म इमरजेंसी की कहानी साल 1975 में देश में लगे आपातकाल पर आधारित है। तब देश की तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘बांग्लादेश में फिल्म इमरजेंसी की स्क्रीनिंग को रोकने के पीछे भारत और बांग्लादेश के हालिया बिगड़े रिश्ते हैं। ये बैन फिल्म के कंटेंट से कम और दोनों देशों के बीच चल रही राजनीतिक गतिशीलता से ज्यादा जुड़ा है।’
ये हो सकती हैं बैन लगाने की वजह
इमरजेंसी फिल्म में 1971 के बांग्लादेश स्वातंत्रता संग्राम में भारतीय सेना, तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी और शेख मुजीबुर्रहमान को दिए उनके सपोर्ट को प्रदर्शित किया गया है। मुजीबुर्रहमान को बांग्लादेश का जनक कहा जाता है, पाकिस्तानी सेना को बांग्लादेश से बाहर खदेड़ने में अहम भूमिका निभाने वाली इंदिरा गांधी को वह दुर्गा कहते थे। इस फिल्म में शेख मुजीबुर्रहमान की बांग्लादेशी उग्रवादी के हाथों हुई हत्या को दिखाती है। कहा जा रहा है कि इसी वजह से बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।
बता दें कि इमरजेंसी 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होनी है। फिल्म में भारतीय इतिहास का बड़ा चैप्टर दिखाया गया है, जिसके चलते इसका बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। वहीं इस फिल्म का बांग्लादेश में बैन होना यह बताता है कि कैसे सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर दोनों देशों के मौजूदा सियासी माहौल का प्रभाव पड़ा है। अगस्त में हुए सत्ता पलट के बाद तो वहां एंटी इंडिया मूवमेंट में काफी बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि यह पहली फिल्म नहीं है जिसे बांग्लादेश में रिलीज होने में परेशानी आई है। इससे पहले भूलभुलैया3 और पुष्पा2 को भी बांग्लादेश में रिलीज होने से रोका गया था।