उत्तर प्रदेश में अचानक से मौसम बिगड़ा, भारी बारिश से कई जिलों के स्कूलों में छुट्टी। …वाराणसी जिले में गंगा नदी में बाढ़ की स्थिति…

उत्तर प्रदेश में अचानक से मौसम बिगड़ा, भारी बारिश से कई जिलों के स्कूलों में छुट्टी

लखनऊ, 8 अगस्त (हि. स.)। उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है। 20 से अधिक जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न है। शुक्रवार की भोर से ही तेज बारिश के चलते लखनऊ में कक्षा 8 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं जौनपुर में भी स्कूल में छुट्टी की घोषणा की गई है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को पूरे दिन बारिश हुई। शाम को कुछ घंटे के लिए बारिश रुकी, लेकिन देर रात से फिर से बारिश शुरू हुई जो लगातार जारी है। कभी धीमी तो कभी तेज बारिश हो रही है। बारिश को देखते हुए लखनऊ के जिलाधिकारी विशाख ने कक्षा आठ तक के सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। अमेठी सुलतानपुर जैसे जिलों में भी तेज हवाओं और गरज चमक के साथ भारी बारिश हो रही है। जौनपुर में तेज बारिश की वजह से शहर में यातायात बाधित है। जौनपुर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं।

वाराणसी जिले में गंगा नदी आज भी गंभीर बाढ़ की स्थिति में बह रही है – एनडीएमएईडब्ल्यू

वाराणसी । राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमएईडब्ल्यू) की ओर से शुक्रवार को वाराणसी में गंगा नदी के जलस्तर को लेकर चेतावनी जारी की गई है। प्राधिकरण की ओर वाराणसी जनपद के लोगों और जिला प्रशासन को एक संदेश भेजकर बताया गया कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में गंगा नदी आज सुबह आठ बजे भी गंभीर बाढ़ की स्थिति में बह रही है। एनडीएमएईडब्ल्यू के संदेश को गंभीरता से लेते हुए वाराणसी जिला प्रशासन ने सुबह से ही बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में गस्त बढ़ा दिया है।

वही, लखनऊ के तेलीबाग स्थित केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण टीम से मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान के .300 मीटर ऊपर बह रहा है। नदी का पानी घट रहा है लेकिन बारिश के कारण गंगा रौद्र रूप धारण की हुई है।

वाराणसी से सटे जिले गाजीपुर में भी गंगा नदी ने रौद्र रूप धारण कर रखा है। यहां गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 1.4 मीटर की ऊंचाई पर है। गंगा को देखते हुए बलिया में हाई अलर्ट किया गया है। बलिया में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.225 मीटर ऊपर है। जिससे सैकड़ों गांव में बाढ़ जैसी स्थिति है और बड़ी मात्रा में किसानों की फसल बर्बाद हुई है।

गंगा की स्थिति को प्रयागराज और मिर्जापुर में देखा जाए तो दोनों ही जिलों में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ चुका है। प्रयागराज में गंगा नदी खतरे के निशान से 1.3 मीटर नीचे तो मिर्जापुर में 0.4 मीटर नीचे बह रही है।

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