
जाजमऊ में अरबाज हत्याकांड का 24 घंटे में खुलासा
भास्कर ब्यूरो
कानपुर। गैंग ऑफ वासेपुर की तर्ज पर जाजमऊ में दो दोस्तों ने अरबाज को मौत की नींद सुलाया था। पुलिस टीम ने हत्याकांड का 24 घंटे में खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया तो कई खुलासे हुए।
कानपुर के जाजमऊ में रहने वाले रियाज के 21 साल के बेटे अरबाज को सोमवार की रात फोन करके बुलाया गया था। दूसरे दिन उसकी लाश गंगा किनारे मिली। चाकू से गला रेत कर उसे मौत के घाट उतारा गया था। मामले में पिता ने 6 लोगों को नामजद किया था। जिसमें हत्यारोपी शमीर और उसका दोस्त शोएब भी शामिल था।
जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार समीर ने अरबाज को फोन करके बुलाया था । उसके बाद शोएब भी आ गया दोनों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया। हत्या के बाद मोबाइल गंगा में फेंक कर दोनों ने घर जाकर कपड़े बदले थे।
पुलिस ने बताया कि समीर का शोएब की बहन से प्रेम प्रसंग था जिसे अरबाज परेशान करता था। इसके अलावा शोएब को अरबाज के परिवार ने छेड़छाड़ में जेल भिजवाया था जिसकी खुन्नस थी।
आधा समीर अपने प्रेम प्रसंग में अरबाज को रोड़ा मान रहा था। जिसके चलते दोनों ने हाथ मिलाया और अरबाज को ठिकाने लगा दिया।
गैंग ऑफ वासेपुर की तर्ज पर दिया घटना को अंजाम
इस पूरे घटनाक्रम में नवाजुद्दीन सिद्दकी की फिल्म गैंग ऑफ वासेपुर की तर्ज पर दोनों आरोपियों के अंजाम दिया। शोएब ने बताया कि 2023 में उसे जेल भिजवाया था तभी कसम खाई थी कि बेइज्जती का बदला लेगा, फिल्म में भी दो साल तक इतना के बाद हत्या कर सिर काटकर घुमाने का दृश्य है ठीक उसी तरह हत्यारों ने अरबाज की हत्या कर उसकी लाश के साथ फोटो ली थी जिसमें खून से सने हाथ, चाकू दिख रहा था। दोनों का मकसद हत्या के बाद दहस्त फैलाना था।
प्रेमिका को बताया लगा दिया ठिकाने
अरबाज की हत्या के बाद समीर शोएब के साथ उसके घर गया था। वहां प्रेमिका को बताया कि उसने अरबाज को ठिकाने लगा दिया है। उसके बाद खून से रंगी कमीज बदली रात एक बजे दोनों निकल गए। युवती ने घटना के बारे में बड़ी बहन को बताया था। दोनों घटनास्थल पर गई दूर से लाश देखकर डर का भाग आई।