ग्रेटर नोएडा : रियल टाइम पीडियाट्रिक स्किल लैब स्थापित करेगा जिम्स

जिम्स ने तीसरी लहर की तैयारी शुरू की
— बाल चिकित्सा से संबंधित डॉक्टरों और नर्सो को प्रशिक्षित करने की है योजना

संतोष पाठक
ग्रेटर नोएडा। गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज जिम्स ने कोविड महामारी की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। जिम्स के निदेशक डॉ राकेश गुप्ता ने बताया कि संस्थान ने कोविड—19 की पिछली दो लहरों में संस्थान ने मरीजों बेहतर ढंग से देखभाल की। अब जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर में अधिक बच्चे संक्रमित होंगे तो उसकी तैयारी शुरू कर दी है। बेड बढ़ाने और बाल चिकित्सकों व संबंधित नर्सो को प्रशिक्षित करने की योजना पर अमल करना शुरू कर दिया गया है।


डॉ गुप्ता ने बताया कि अनुमान के अनुसार तीसरी लहर में अधिक बच्चे संक्रमित होंगे और उच्च स्तरीय देखभाल प्रदान करने के लिए संस्थान ने 50 बाल चिकित्सा आईसीयू बिस्तरों सहित 100 बिस्तरों वाले बाल चिकित्सा देखभाल अलगाव बिस्तर स्थापित किए हैं। संस्थान ने बाल चिकित्सा कौशल में अधिक डॉक्टरों और नर्सों को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है। संस्थान ने रियल टाइम पीडियाट्रिक स्किल लैब स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिसमें अच्छी तरह से सुसज्जित पीआईसीयू, वेंटिलेटर बेड, ऑक्सीजन डिवाइस, वेंटिलेटर और बीआईपीएपी, डिफाइब्रिलेटर, नेबुलाइजेशन, रिससिटेशन प्रोटोकॉल (एनआरपी), बेसिक लाइफ सपोर्ट, इंट्रावेनस थेरेपी, पीडियाट्रिक डोजेज के साथ न्यूबॉर्न कॉर्नर है। प्रतिभागियों को इंटरैक्टिव मैननिकिन पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जहां वे अपनी सही तकनीकों का परीक्षण भी कर सकते हैं। बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, पीपीई किट डोनिंग एंड डोफिंग, एसेप्सिस प्रोटोकॉल जैसे संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के उपायों के लिए अलग सेक्शन बनाया गया है। कोविड और नॉन कोविड मरीजों के लिए विभिन्न मॉड्यूल तैयार किए गए हैं। क्षेत्र के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा प्रतिभागियों को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। संस्थान अन्य अस्पतालों और नर्सिंग कॉलेजों के प्रतिभागियों को बाल चिकित्सा कौशल प्रयोगशाला में प्रशिक्षण लेने के लिए प्रोत्साहित करेगा।


डॉ गुप्ता ने बताया कि जिम्स ने 14 और 15 जून को 30 प्रतिभागियों (डॉक्टरों और नर्सों सहित) के बैच के लिए “बाल रोग में बुनियादी कौशल” में पहली कार्यशाला शुरू की है। इन प्रतिभागियों को एक बीमार बच्चे की पहचान और प्रबंधन के लिए बुनियादी कौशल में व्याख्यान और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इसमें बाल चिकित्सा परिप्रेक्ष्य में वेंटिलेटर, सीपीएपी, एचएफएनसी, इंट्रावेनस लाइन, बीएलएस और एसीएलएस के संचालन के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया।

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